रांची (ब्यूरो) । चिरंजीवी स्कूल की चारों शाखा की शिक्षिकाओं के बीच एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा प्री नर्सरी से कक्षा तीन तक की शिक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यशाला में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण पद्धति को अपनाने तथा कक्षा प्रबंधन को बेहतर और प्रभावशाली बनाने के विषय में चर्चा की गई। कार्यशाला में नए सत्र में अलग-अलग मानसिक स्तर के बच्चों को उनके स्तर में जा कर सिखाने के लिए किन विधियों को अपनाया जाए इसपर विस्तृत जानकारी दी गई। बच्चों को पढऩे लिखने में आमतौर पर जिस प्रकार की समस्याएं आती हैं, उनके समुचित समाधान पर भी चर्चा की गई। पढ़ाने के लिए शिक्षण अधिगम सहायक सामग्रियों के इस्तेमाल से पूर्व की तैयारियों तथा उनका अधिकतम प्रयोग करने के लिए शिक्षिकाओं को प्रेरित किया गया।

मात्रा संबंधी त्रुटी

कार्यशाला में विद्यालय की डायरेक्टर डॉ माया कुमार ने कक्षा प्रेप के लिए अपनी लिखी हिंदी पुस्तक के बारे में भी शिक्षिकाओं को विस्तृत जानकारी दी और बताया कि यह पुस्तक बच्चों की मानसिक अवस्था के अनुरूप ही लिखी गई है यदि इस पुस्तक का सही उपयोग की जाए तो बच्चे मात्रा संबंधी त्रुटियों को दूर कर उच्चारण में शुद्धता ला सकते हैं।