RANCHI: सालों से राजधानी रांची का माइलस्टोन रहा राजभवन के पास जाकिर हुसैन पार्क तोड़ा जाएगा। नगर निगम की 7 दिन पहले हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। बोर्ड की बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि डॉ जाकिर हुसैन पार्क को तोड़ कर धरना स्थल का रूप दिया जाएगा। जाकिर हुसैन पार्क को धरना स्थल का रूप देने के लिए निगम की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए पहले डीपीआर बनाई जाएगी, उसके बाद उसके बजट के आवंटन के लिए पुन: बोर्ड की स्वीकृति प्राप्त की जाएगी। धरना स्थल का नाम डॉ। जाकिर हुसैन के नाम पर रखा जाएगा।

क्यों बनाना पड़ रहा है धरना स्थल

आये दिन राजभवन के पास धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम होते रहते हैं, जिस वजह से जाम की समस्या विकराल रूप ले लेती है। साथ ही धरना प्रदर्शन के लिए राजभवन के पास कोई भी चिन्हित स्थान नहीं है जिससे बारिश या गर्मी के मौसम में बचा जा सके। ऐसी ही समस्याओं से निजात के लिए धरना स्थल बनाने का प्रस्ताव मेयर आशा लकड़ा की ओर से बोर्ड की बैठक में रखा गया था। उनका कहना था कि बीते कई सालों से जाकिर हुसैन पार्क बंद पड़ा है और उसकी स्थिति और ज्यादा खराब होती जा रही है। साथ ही संचालन करने की प्रक्रिया भी नाकाम साबित हो रही है। इसलिए अगर इस स्थान पर धरना स्थल का निर्माण कर दिया जाता है, तो बेहतर होगा।

दो सालों से बंद पड़ा है पार्क

राजभवन के मुख्य द्वार के पास स्थित डॉ जाकिर हुसैन पार्क रांची की पहचान रहा है। इसकानिर्माण करीब 5 दशक पूर्व किया गया था। देश के तीसरे राष्ट्रपति डॉ। जाकिर हुसैन के नाम से बनाए गए इस पार्क में बच्चों को खेलने की सारी सुविधाएं थीं, लेकिन पिछले दो सालों से यह पार्क बंद पड़ा है।

सिमट चुका है पार्क का एरिया

जानकार बताते हैं कि एक वक्त था जब यह पार्क करीब एक एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ था, लेकिन ट्रैफिक के बढ़ते लोड की वजह से सड़कों के चौड़ीकरण के कारण पार्क मात्र 15-20 डिसमील जमीन पर आकर सिमट गया है। 2001 में रांची नगर निगम की ओर से इसका मोडिफिकेशन का भी काम किया गया और कई सालों तक ये लोगों के सैर-सपाटे का गवाह भी रहा।

फीर स्पीक्स

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एकड़ में पहले फैला था पार्क

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डिसमिल एरिया ही बचा पार्क का

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सालों से पार्क में लगा है ताला