रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में इसी माह अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा होने का दावा किया गया था, लेकिन एक-दो दिन पहले आई आंधी और बारिश ने विभाग के सारे दावों की पोल खोल कर रख दी। न सिर्फ इलेक्ट्रिक वायर टूटकर गिरे बल्कि घंटों लोगों को अंधेरा का सामना करना पड़ा। सिटी में लगातार बिजली कट की समस्या बनी हुई है। आठ से दस घंटे बिजली हर दिन कट रही है। यह हाल तब है जब विभाग यह दावा कर रहा है कि लगभग 90 प्रतिशत अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि यदि अंडरग्राउंड केबलिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है हो तो फिर जो बिजली के तार सिर के ऊपर झूल रहे हैैं वे क्या हैैं। हल्का मौसम खराब होते ही बिजली क्यों और कैसे कट जा रही है। बिजली विभाग ने यह दावा किया था कि मार्च महीने में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन विभाग के अधिकारियों का ही कहना है कि अब भी दस फीसदी काम बचा है।

सात साल से काम

राजधानी रांची में बीते सात साल से अंडरग्राउंड केबलिंग का काम चल रहा है। हर बार विभाग काम पूरा होने का दावा करता है, लेकिन खुद के दावे पर ही फेल हो जाता है। हालांकि कुछ इलाकों में काम लगभग खत्म कर लिया गया है, लेकिन कुछ एरिया में अब भी काम चल रहा है। जिसका नतीजा है कि आम लोगों को आंधी-बारिश में पावर कट का सामना करना पड़ रहा है। इस हफ्ते मौसम खराब रहने के कारण लगातार बिजली कटौती होती रही। हालांकि सामान्य दिनों में भी बिजली की स्थिति ठीक नहीं रह रही है। हर दिन पांच से छह घंटे बिजली कट ही रही है। लेकिन यह भी दावा किया जा रहा है कि अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा होने पर बिजली कटौती से राहत मिल जाएगी।

परीक्षा के समय परेशानी

इन दिनों राजधानी के अलग-अलग स्कूलों में मैट्रिक और इंटर की बोर्ड परीक्षाएं चल रही है। छात्र परीक्षा में बेहतर माक्र्स लाने के लिए जी जान से पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन सिटी में हो रही बिजली की आंखमिचौली से स्टूडेंट्स भी परेशान हैं। उनकी परीक्षा में तैयारी में बिजली खलल डाल रही है। बिजली की कुछ ही घंटे आपूर्ति की जा रही है। शाम के समय तो बिजली का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में परीक्षाथियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरियातू, कोकर, लालपुर, रातू रोड, चुटिया, डोरंडा समेत अन्य कई इलाकों में बिजली पूरे दिन आंखमिचौली कर रही है। मंगलवार और बुधवरा को भी बरियातू समेत विभिन्न इलाकों से बिजली कटने की सूचना आती रही।

दस फीसदी काम अधूरा

अंडरग्राउंड केबलिंग का काम बीते तीन महीने से अधूरा है। योजना के अनुसार 33 केवी लाइन 248 किमी बिछाई जानी है, जिसमें 240 किमी बिछा ली गई है। वहीं 11 केवी लाइन जिसे 64 किमी बिछाई जानी है वह भी 62 किमी बिछा ली गई है। शेष बचे काम पर बीते तीन महीने से काम हो रहा है। लेकिन शत-प्रतिशत काम पूरा करने विभाग अब भी पीछे है। 337 करोड़ रुपए की राशि से राजधानी में अंडरग्राउंड केबलिंग पर काम किए जा रहे हंै।