बीएसपी और बीजेपी की रार पर सीएम ने ली चुटकी

-दोनों पार्टियों पर अखिलेश ने साधा निशाना

-पीएम पर गलबयानी करने का भी आरोप

LUCKNOW: अभद्र भाषा को लेकर भाजपा और बसपा पर छिड़ी रार को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री ने शनिवार को जमकर चुटकी ली। अखिलेश ने कहा कि रक्षाबंधन करीब है भाजपा को चाहिए कि राखी बांध कर मना लें। बसपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि दयाशंकर ने जो बात कही उसमें आधा सच भी है, बाकी की निंदा हम भी करते हैं।

पीएम ने पेश किया गलत आंकड़ा

शनिवार को अपने आवास पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में जो बताया है उन आंकड़ों को तलाशा जा रहा है। आखिर उन्होंने कहा से कह दिया कि किसानों का 175 करोड़ रुपये बकाया बचा है और बाकी पैसा उन्होंने दिया है। कहा, गलत आंकड़े पेश किये गये। किसानों पर अभी तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक बकाया है और केंद्र सरकार की ओर से पूरी मदद नहीं दी मिली

एम्स के लिए जमीन दी, पर मेरा नाम नहीं

सीएम ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि एम्स के लिए हमने दो-दो जगह जमीन दी लेकिन कहीं भी क्रेडिट नहीं मिला। पांच साल तक बीएसपी की गवर्नमेंट रही लेकिन एम्स के लिए जमीन नहीं दी। हम सत्ता में आये तो कांग्रेस ने जहां जमीन मांगी हमने दी। इसी तरह गोरखपुर में दो सौ एकड़ जमीन की डिमांड की गयी तो व्यवस्था कर दी। लेकिन चालू लोगों ने उसके खिलाफ पीआईएल दाखिल कर दी, जजमेंट रिजर्व हो गया। हमने दूसरे स्थान पर 700 करोड़ रुपये की कीमती जमीन दे दी। जब रायबरेली का शिलान्यास हुआ तो हमें पूछा तक नहीं गया। शिलापट पर नाम तक नहीं है।

दयाशंकर की आधी बात सच

अखिलेश यादव ने बीजेपी और बीएसपी की मौजूदा लड़ाई पर कहा कि दोनों में कौन ज्यादा गलत बोल सकता है इसका कंप्टीशन चल रहा है। अखिलेश ने कहा कि दयाशंकर ने जो कहा उनकी आधी बात का समर्थन मैं भी नहीं करता। किसी महिला के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। लेकिन उनकी बात का दूसरा हिस्सा सही है। हमने पता भी किया है और जो भी बीएसपी से बाहर आ रहा है वह यही कह रहा है कि बीएसपी में पैसे लेकर टिकट दिया जा रहा है। उसके जवाब में बीएसपी के लोगों ने मंच से जो कहा वह और भी अधिक गलत था।

जमकर की खिंचाई

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं बीजेपी वालों से कहता हूं कि बुआ जी का सम्मान करना चाहिए। उनके बारे में गलत मत बोलो। रक्षा बंधन आ रहा है राखी बांध माफी मांग लो मामला खत्म हो जाएगा। रक्षा बंधन आप पहले भी मना चुके हो। राखी बांध लो माफी मिल जाएगी। सीएम ने एक बार फिर भाजपा और बसपा पर चुटकी लेते हुए कहा कि दोनों पार्टियां सरेंडर ना करें, जितनी हिम्मत हो पूरी हिम्मत से लड़ें।