शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेस में ज्वाला गुट्टा ने कहा कि बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) मेरे खेल पर रोक लगा कर मेरी निष्ठा और ईमानदारी पर सवाल खड़े कर रही है.

उन्होंने कहा कि यदि बीएआई हमें डेनमार्क ओपन में नहीं भेजना चाहती है, तो कम से कम महिला टीम में से किसी न किसी एक खिलाड़ी को तो भेजना ही चाहिए.

गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला को राहत देते हुए बीएआई को उन्हें अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की मंज़ूरी देने के लिए कहा है

हाई कोर्ट का कहना है कि ज्वाला गुट्टा पर बीएआई की अनुशासन समिति का अंतिम फ़ैसला आने तक उन्हें मैच खेलने की इजाज़त दी जानी चाहिए.

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