- -किडनैपर गिरोह के गिरफ्तार तीन अपराधियों से हुई पूछताछ में हुआ खुलासा

- -छह मोबाइल समेत अपहरण में इस्तेमाल की गई स्कूटी और बोलेरो जब्त

>RANCHI: डॉ आरबी चौधरी का अपहरण फिरौती के लिए ही किया गया था. उन्होंने किडनैपर्स में से एक को पहचान लिया था और उसे सबक सिखाने की धमकी भी दी थी. इसलिए पहचाने जाने के भय से अपहर्ताओं ने लाठी-डंडे से पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी थी. यह खुलासा गुमला के रायडीह से किडनैपर्स गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में हुआ है. इसकी पुष्टि गुमला एसपी भीमसेन टूटी ने की है.

किडनैपर गिरोह के तीन धराए, मास्टर माइंड फरार

गुमला पुलिस ने किडनैपर गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें गुमला के रायडीह में रहने वाले रूपेश प्रसाद, दीपक कुमार, अशोक उरांव शामिल हैैं. वहीं, गिरोह का मास्टर माइंड सूरज पंडित अब भी फरार है. वह भी गुमला का ही रहनेवाला है और कई कांडों में जेल जा चुका है. हाल ही में वह जेल से छूटा था. इसके बाद ही उसने डॉक्टर के अपहरण की योजना स्थानीय क्रिमिनल्स के साथ मिल कर बनाई थी. पुलिस ने इन लोगों के पास से छह मोबाइल, अपहरण में इस्तेमाल की गई स्कूटी और बोलेरो को जब्त कर लिया है.

डॉ चौधरी के आश्रित को मिलेगी नौकरी

स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने बुधवार को घोषणा की है कि झासा और आईएमए की मांग के अनुरूप मृतक डॉ आरबी चौधरी के आश्रित को नौकरी और मुआवजा देने के लिए सरकार तैयार है. जल्द ही मुआवजा और नौकरी देने का प्रॉसेस शुरू होगा. मंत्री ने यह भी कहा है कि डॉ चौधरी के बचे हुए सेवाकाल का वेतन भुगतान भी उनके आश्रित को किया जाएगा. साथ ही उन्होंने राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट भी जल्द लागू करने का भरोसा ि1दलाया है.

डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म

बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने डॉक्टरों की मांग मानते हुए उनसे हड़ताल वापस लेने का अनुरोध किया. इसके लिए मंत्री ने एक महीने का समय मांगा है. मंत्री के अनुरोध के बाद बुधवार की शाम आईएमए भवन में झासा और आईएमए रांची शाखा के पदाधिकारियों की बैठक हुई. इसमें हड़ताल खत्म करने पर सहमति बनी. साथ ही सदस्यों ने मंत्री के आश्वासन पर कितना अमल हुआ, इसकी समीक्षा ख्0 मई को करने की बात कही है. बैठक में आईएमए रांची अध्यक्ष डॉ जेके मित्रा, झासा अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह, सेक्रेट्री विमलेश सिंह सहित कई सदस्य उपस्थित थे.