-बेउर के पास बरौनी-कानपुर पाइप लाइन में लीकेज के कारण मची अफरा-तफरी

PATNA : राजधानी में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। एक चिंगारी से पूरा इलाका आग का गोला बन जाता। बेउर के 70 फीट के नजदीक मंगलवार की सुबह नमामि गंगा के तहत एलएनटी कंपनी द्वारा सिवरेज के लिए डाले जा रहे पाइप की खुदाई के दौरान आईओसी की बरौनी से कानपुर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे डीजल का तेज बहाव शुरू हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि शुरुआत में डीजल की धारा 10 फीट ऊपर तक बहने लगा। घनी आबादी के बीच तेज धार में डीजल के बहने से आसपास के इलाको में दहशत फैल गया। तेज धार से डीजल को बहते देख एलएनटी के कर्मचारी वहां से फरार हो गए। डीजल का बहाव देख आसपास के कई लोग अपने घर तक छोड़कर भागने लगे।

तो आग पर काबू करना होता मुश्किल

मौके पर पहुंचे फायर अधिकारी राम अवधेश सिंह ने कहा कि अगर आग लग जाती तब पूरा इलाका जल कर राख हो जाता। पानी के साथ-साथ तेल बह रहा था। ऐसी स्थिति में आग पर काबू पाना मुश्किल होता है। वहीं, बेउर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इलाका सील करा दिया। साथ ही चारों ओर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया ताकि कोई गलती से भी सिगरेट, बीड़ी या किसी प्रकार के आग का प्रयोग ना कर सके।

आंख खुलते ही दहशत में आ गए

सुबह जब तेल का रिसाव हुआ तब किसी को इस बात की जानकारी नहीं थी। मगर तेल की महक आंख खुलने के साथ ही जब लोगों को लगी तो सभी दहशत में आ गये। कुछ ही दूरी पर तेल डिपो भी है अगर जरा सी चूक होती तो तेल के डिपो को बचाना मुश्किल हो जाता। जिस स्थान पर तेल का रिसाव हुआ वहां पर एक भव्य इमारत का निर्माण हो रहा था। दहशत के कारण निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया। जब कि आसपास के लोग घर से निकल कर बाहर आ गये।

नहीं टला संकट

अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि तेल जमा होने के कारण दो दिनों तक इलाके में आग का खतरा बना रहेगा। इसके लिए सावधानी जरूरी है। स्थानीय निवासी अरविंद कुमार ने बताया कि तेल रिसाव के बाद लोगों को समझाना और कोई अनहोनी घटना ना हो इसके लिए गांव के ही युवा लोग लगे हुए थे। वह स्वयं मौके पर मौजूद थे। लीक वाले स्थान को चारों ओर से घेर कर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। सड़क का एक मार्ग भी पूरी तरह बंद कर दिया गया था।

जो बर्तन मिला उसी में भरने लगे

खाली जमीन पर जमा डीजल को देखकर कुछ लोग घर छोड़ भागने तो कुछ लोग बर्तन लेकर डीजल लुटने में जुटे रहे। डीजल के बहाव की खबर मिलते ही दूसरे मोहल्ले से लोग बर्तन लेकर डीजल लुटने आ गए। इस बीच पाइप लाइन में लीकेज का सिंगल देख आईओसी के पटना स्टेशन पर तैनात इंजीनियर भी घटनास्थल पर पहुंची। आईओसी के सेफ्टी टीम एक तरफ जहां लोगों को माईक के जरिए अपने घरों में ज्वलनशील पदार्थ के इस्तेमाल नहीं करने व डीजल बहाव क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने की देते रहे नसीहत। बहाव वाले क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई। 14 घंटे के मशक्कत के बाद पाइप लाइन की मरम्मत करने में इंजीनियर सफल रहे।

बिना सूचना शुरू हुई खुदाई

लीकेज की सूचना मिलते ही बरौनी से मुख्य महाप्रबंधक आईओसी केके चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बुडको को यह कहकर खुदाई की परमिशन दी गई थी कि सिवरेज पाइप डालने के लिए होने वाला खुदाई मैनुअल होगा और आईओसी के इंजीनियर के निगरानी में खुदाई करवाई जाए। बुडको ने खुदाई का जिम्मा एलएनटी कंपनी को सौंप दिया। कंपनी ने आईओसी के दिए गए परमिशन की अवहेलना करते हुए बिना सूचना के खुदाई का काम किया और मैनुअल की वजाए मशीन से खुदाई करने के कारण पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से काफी डीजल बर्बाद हुई। डीजल बर्बाद होने का आकलन किया जा रहा है। आईओसी बुडको के खिलाफ शिकायत करेगा।

दी थी गलत जानकारी

एलएनटी के वित्त प्रशासन प्रबंधक मो मुस्ताक ने बताया कि खुदाई परमिशन के दौरान आईओसी के अधिकारी ने पाइप जमीन से दो मीटर नीचे होने की सूचना दी। कंपनी चार मीटर नीचे मशीन द्वारा होल कर रही थी। लेकिन पाइप दो मीटर की वजाए चार मीटर नीचे होने के कारण ही पाइप क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं आईओसी के इंजीनियर की निगरानी में खुदाई की बात पर उन्होंने कहा कि कंपनी ने पहले ही घनी आबादी होने के कारण रात या फिर अहले सुबह खुदाई का समय मांगा और आईओसी इंजीनियर को भेजने की सूचना दी लेकिन अधिकारी टाल-मटोल करते रहे।