- सीएम हरीश रावत ने सीएस को जारी किए निर्देश

- विधायकों के दबाव में फिर से सीएम ने लिया फैसला

DEHRADUN: हरीश रावत के सत्ता संभालने के बाद एक बार फिर से कांगे्रस के दस विधायकों को लाल बत्ती से नवाजा गया है। सीएम हरीश रावत ने सीएस शत्रुघ्न सिंह को इस बावत निर्देश भी जारी कर दिए हैं, लेकिन खास बात यह है कि तकनीकी तौर पर सभा सचिवों की सीधे बहाली नहीं हो सकती है। इसके लिए सभी सभा सचिवों को पद एवं गोपनियता की शपथ लेनी होगी।

एक-दो दिनों में लेंगे शपथ

राज्य में कांग्रेस सरकार बर्खास्त होने के बाद सभी सभा सचिवों को उनके पदों से हटा दिया गया था। अब सीएम हरीश रावत की वापसी के बाद सभी विधायकों का सरकार पर दबाव है कि उनकी फिर से बहाली हो। सूत्रों की मानें तो सीएम ने सीएस को लिखित आदेश के जरिए बहाली के आदेश दिए हैं। हालांकि बहाली के आदेश के बाद बताया जा रहा है कि दोबारा सभी विधायकों को सभा सचिवों की शपथ लेनी होगी। जानकार बता रहे हैं कि सभी सभा सचिवों को एक-दो दिनों में शपथ दिलाई जा सकती है।

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उमेश व शैलारानी शामिल नहीं

राज्य में सभी मुख्य सभा सचिवों व सभा सचिवों को कैबिनेट मंत्री के बराबर का दर्जा प्राप्त है। जिस प्रकार से कैबिनेट मंत्री को सुविधाएं मुहैया हैं, वैसे ही उन्हें भी सुविधाएं दी जाएंगी। राष्ट्रपति शासन लागू होने से पहले प्रदेश में क्क् संसदीय सचिव थे, लेकिन अब इनकी संख्या क्0 रह जाएगी। बागी पूर्व विधायकों में शैलारानी व उमेश काऊ अब सभा सचिव नहीं हैं, इसलिए इनकी संख्या क्0 रह गई है। जिनमें विजयपाल सजवाण, विक्रम सिंह बिष्ट, सरिता आर्य, गणेश गोदियाल, राजकुमार, मनोज तिवारी, हेमेश खर्कवाल, मदन सिंह बिष्ट, फुरकान अहमद, डॉ। जीतराम शामिल हैं।

Posted By: Inextlive