11 साल की सान्‍या वर्मा ने दुनिया का सबसे डिफिकल्‍ट टेस्‍ट माना जाने वाला 'मेनसा टेस्‍ट' में टॉप किया है। इस टेस्‍ट के दो चरण cattell 3rd B और culture fair scales में उन्‍होंने 162 और 142 अंक हासिल किए हैं जिसने सान्‍या को सबसे होशियार लोगों कि लिस्‍ट में डाल दिया है।


नॉर्मल चाइल्ड है मेरी बेटीसबसे कठिन टेस्ट में टॉप करने वाली सान्या, पिन्नर, वेस्ट लंडन में रहती है। उनकी इस उपलब्धि से उनकी मां बेहद खुश हैं। इतना एकस्ट्रा टैलेंट होने के बाद भी सान्या की मां सुनिता का कहना है कि उनकी बेटी कोई असाधारण लड़की नहीं है। वो बाकी बच्चों कि तरह ही एक नॉर्मल चाइल्ड है।कम समय में की मेनसा टेस्ट की तैयारीसुनिता ने बताया कि जब सान्या को पता चला कि वह इस टेस्ट में जाने के लिए योग्य है तो, उसने अपने पिता से इस टेस्ट में जाने के लिए खूब जिद्द की थी। इस टेस्ट को प्रिपेयर करने के लिए सान्या को ज्यादा समय नहीं मिल पाया था। उसने कुछ चुनिंदा आईक्यू और मेंटल एबिलिटी बुक्स को ही सॉल्व किया था।अच्छे स्कोर हासिल किए
इस टेस्ट का एवरेज आईक्यू स्कोर 100 हैं। जो लोग इससे ज्यादा स्कोर करते है वो टॉप की श्रेणी में आते हैं। सान्या ने इसमें 162 अंक हासिल किए है, जिसने उनको टॉपर बना दिया है। एक डाटाबेस खोज में पाया गया है कि मेनसा में 10 साल के केवल तीन बच्चे ही अब तक इतने ज्यादा अंक हासिल कर पाएं हैं। इस टेस्ट में वर्बल और न्यूमेरिकल रीजनिंग के सवाल पूछे जाते हैं। ब्रिटीश मेनसा में 20,000 मेंबर्स हैं, जिसमें 1,500 मेंबर्स की एज 18 साल से कम हैं।पढ़ने का हमेशा से है शौकसान्या को बहुत छोटे से ही पढ़ने का शौक लग गया था। अभी भी वो खेलने से ज्यादा समय बुक्स पढ़ने में यूटीलाइस करती है। उसे तरह-तरह की बुक्स पढ़ने का बेहद शौक है। इसके अलावा उन्हे टेनिस, चेस, सिंगिंग और पियानो का भी शौक हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh