सात दशक से शरणार्थी बने मालवीय कुंज के वाशिंदे

आगरा. 'मालवीय कुंज कॉलोनी द्वारा चुनाव बहिष्कार'. लोहामंडी क्षेत्र के मालवीय कुंज में लगे ऐसे पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं. कॉलोनी से लेकर घर तक पर लगे ये बैनर लोगों का आक्रोश समझने के लिए काफी हैं. इनमें गुस्सा उसी सरकारी अमले के खिलाफ है, जो मौजूदा समय में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की तमाम कवायद कर रहा है. बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा इस ओर अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है.

1949 में रहने के लिए मिले घर

लोहामंडी क्षेत्र में राजामंडी स्टेशन के पास मालवीय कुंज शरणार्थी कॉलोनी है. यहां सात दशक पहले 120 परिवारों को रहने के लिए नगर निगम द्वारा घर दिए गए. उस समय इसका किराया बतौर 18 रुपए लिया जाता है. तब घर की पूरी कीमत 8800 रुपये बताई गई. संबंधित विभाग द्वारा वर्ष 1995 में अचानक किराया बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया. हाल ही में किराया एक से दो हजार रुपए कर दिया. इससे नाराज कॉलोनीवासियों ने कोर्ट की शरण ली, जहां मामला विचाराधीन है.

फ्रीहोल्ड को लाखों रुपए की रिश्वत

शरणार्थी कॉलोनी के अध्यक्ष राजेश महाजन का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारी नाम ट्रांसफर करने के लिए पचास हजार रुपए मांग रहे हैं. वहीं, फ्रीहोल्ड कराने पर जमीन का चालीस फीसदी शुल्क के साथ दूसरे शुल्क भी जोड़े जा रहे हैं, जो वर्तमान में बीस लाख से अधिक है. ऐसी स्थिति में स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर नाराजगी व्यक्त की है.

मानसिक तनाव से गुजर रहे लोग

मालवीय कुंज शरणार्थी कॉलोनी में रहने वाले स्थानीय लोग पिछले कई वर्षो से मानसिक तनाव में हैं. स्थानीय निवासी महेश ने बताया कि सत्तर वर्ष पहले परिवार के बुजुर्ग पाकिस्तान से भारत आए थे. इतने दशक रहने के बाद भी घर अपना नहीं हैं. इस मानसिक तनाव के साथ यहां के लोग जीवन यापन कर रहे हैं. समस्या को जनप्रतिनिधियों के बीच में रखा गया, लेकिन स्थाई निवारण नहीं किया गया. इससे यहां रहने वाले परिवारों में खासी नाराजगी है.

वर्जन

सत्तर वर्ष के बाद भी सरकार द्वारा कॉलोनी के वाशिन्दों की समस्या का स्थाई हल नहीं निकाला गया, नगर निगम के अधिकारियों द्वारा मनमानी की जा रही है, उनकी कार्यशैली से नाराज 120 परिवार व उनके सदस्यों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने का ऐलान किया है.

राजेश महाजन, अध्यक्ष मालवीय कुंज शरणार्थी कॉलोनी

कॉलोनी की स्थित

घर-120

परिवार-120

वोटर्स -500 (करीब)

Posted By: Vintee Sharma