आज भी 'जानी' शब्‍द कहते ही बॉलीवुड के एक्‍टर राजकुमार की तस्‍वीर खुद ब खुद सामने आ जाती है। आज इस दुनिया में न होने के बाद भी उनकी आवाज की कशिश और एक्टिंग का हुनर लोगों के जेहन में बसा है। 50 से अधिक फिल्‍मों में काम करने वाले राजकुमार सवांद अदायगी में सबसे आगे थ्‍ो। शब्‍द उनका सबसे बड़ा हथियार थे। ऐसे में आइए आज 3 जुलाई को उनकी पुण्यतिथि जानें उनके कभी न भुलाए जाने वाले 15 डायलॉग...


फिल्म सौदागर:जानी...हम तुम्हें मारेंगे और जरूर मारेंगे, पर बंदूक भी हमारी होगी और गोली भी हमारी होगी और वह वक्त भी हमारा होगा। फिल्म सौदागर:काश कि तुमने हमे आवाज दी होती तो हम मौत की नींद से भी उठकर चले आते। फिल्म तिरंगा: हमारी जुबान भी हमारी गोली की तरह है। दुश्मन से सीधी बात करती है। फिल्म तिरंगा: हम आंखो से सुरमा नहीं चुराते। हम आंखें ही चुरा लेते हैं। फिल्म मरते दम तक: हम तुम्हें ऐसी मौत मारेंगे कि तुम्हारी आने वाली नस्लों की नींद भी उस मौत के खौफ को सोचकर उड़ जाएगी। फिल्म मरते दम तक:जिंदगी एक नाटक ही तो है, लेकिन जिंदगी और नाटक में फर्क है, नाटक को जहां चाहो, जब चाहो बदल दो, लेकिन जिदंगी के नाटक की डोर तो ऊपर वाले के हाथ होती है। बेताज बादशाह:
आजकल का इश्क जन्मों का रोग नही है, वक्ती नशा है, शाम को होता है, सुबह उतर जाता है। बेताज बादशाह:जब हम मुस्कुराते हैं तो दुश्मनों के दिल दहल जाते हैं। फिल्म पाकीजा:आपके पांव देखे, बहुत हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत उतारिएगा मैले हो जाएंगे। फिल्म राजतिलक:


आपके लिए मैं जहर को दूध की तरह पी सकता हूं, लेकिन अपने खून में आपके लिए दुश्मनी के कीड़े नहीं पाल सकता।फिल्म वक्त: ये बच्चों के खेलने की चीज नहीं, हाथ कट जाए तो खून निकलने लगता है।फिल्म वक्त: चिनॉय सेठ, जिनके घर शीशे के बने होते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते।

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Posted By: Shweta Mishra