देश की राजधानी दिल्ली में हाल ही में एक अदालत के आदेश पर पुलिस ने पिंजरा तोड़ ग्रुप की दो सदस्यों को हिरासत में लिया है। यहां जानें पूरा मामला...

नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली की एक अदालत ने उत्तर-पूर्व दिल्ली के जाफराबाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में कथित भूमिका के सिलसिले में पिंजरा तोड़ ग्रुप की दो सदस्यों को रविवार को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट अजित नारायण ने देवांगना और नताशा को 26 मई को पुलिस हिरासत में भेज दिया। दोनों को शनिवार को अलग-अलग घटनाओं में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन रविवार को मजिस्ट्रेट ने जमानत दे दी थी। इस दाैरान जैसे ही अदालत ने उन्हें जमानत दी, पुलिस ने उन्हें विरोध से संबंधित एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर लिया और 14 दिन की हिरासत मांगी।

दो दिनों के लिए दोनों से पूछताछ करने की अनुमति

हालांकि अदालत ने पुलिस को दो दिनों के लिए दोनों से पूछताछ करने की अनुमति दी है। अदालत ने कहा कि दूसरे मामले में जांच प्रारंभिक चरण में है। हालांकि उनके अधिवक्ता आदित पुजारी ने उनकी हिरासत की मांग की याचिका का विरोध किया है। पिंजरा तोड़ ग्रुप कॉलेज की छात्राओं का एक संगठन है। सूत्रों की मानें तो ये संगठन कॉलेज हॉस्टल के नियमों के खिलाफ आवाज उठाता है। दिल्ली में सीएए विरोध में भी इस संगठन का नाम अब तक कई बार सामने आ चुका है।

Posted By: Shweta Mishra