भारतीय सेना ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कश्‍मीर में बाढ़ के खतरों के साथ ही जवान सीमापार से भारी घुसपैंठ के प्रयासों को भी विफल बना रही है. लेकिन इसके बावजूद सीमापार से घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं और भारी हथियारों से लैस आतंकी सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे हैं.


बाढ़ के बींच बढ़ता घुसपैंठ का खतराजम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बींच घुसपैठ का खतरा बढ़ता जा रहा है. सेना ने हाल ही में कहा है कि बाढ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के साथ-साथ जवानों ने सीमापार से घुसपैठ को कई प्रयासों को रोका है. लेकिन स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है और सीमा के दूसरी तरफ लगभग 200 आतंकी सीमा पार करने की कोशिश कर रहे हैं. सेना के सूत्रों के मुताबिक यह आतंकी भारी हथियारों से लैस हैं और कश्मीर घाटी में घुसने की तैयारी हैं. छावनी डूबने से हुआ नुकसान


श्रीनगर के 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने बताया कि बाढ़ में हमारी छावनी डूब जाने से हमें काफी नुकसान हुआ है. इस आपदा में हमारी 50 परसेंट छावनी डूब गई है. लेकिन साहा ने कहा कि इसके बावजूद भी हमने सिक्योरिटी को कमजोर नही होने दी है. गौरतलब है कि साहा ने कहा है कि हमारे उग्रवाद निरोधी तंत्र ने विदेशी आतंकी उमर भट को कुपवाड़ा जिले में मार गिराया गया है. इसके अलावा केरन सेक्टर में तीन और माछिल सेक्टर में पांच आतंकियों को मार गिराया था. प्राथमिकता है लोगों को बचाना

इसके साथ ही सेना ने कहा है कि हमारी कोशिश है कि ज्यादा से कश्मीरियों की जान बचाई जा सके. हालांकि उन्होनें कहा कि हमारे पास ऐसा कोई तरीका नही है जिससे हम आम आदमी और विदेशी आतंकियों के बींच में अंतर किया जा सके.

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Posted By: Prabha Punj Mishra