कानपुर में संत शोभन सरकार के अंतिम संस्कार में हुआ लाॅकडाउन का उल्लंघन, 4100 लोगों पर केस दर्ज
कानपुर (उत्तर प्रदेश) (आईएएनएस)। कानपुर में संत शोभन सरकार का बुधवार को निधन हो गया था। संत को गुरुवार को चौबेपुर क्षेत्र के सनहौरा आश्रम में हजारों लोगों की भीड़ उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंची। इस संबंध में चौबेपुर स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) विनय तिवारी ने कहा, हमने भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें आश्रम तक पहुंचने से नहीं रोक सके। इसके लिए हमने सार्वजनिक घोषणाएं कीं कि अंतिम संस्कार में केवल 20 लोगों को जाने की अनुमति है लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। हमने लॉकडाउन उल्लंघन के तीन मामलों में 4,100 बुक किए हैं और हम वीडियो फुटेज के जरिए उनकी पहचान करेंगे।
सोने के भंडार राव राम बख्श सिंह के महल के नीचे दफनइस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं और कई राजनीतिक नेताओं ने भी शोभन सरकार के अंतिम संस्कार में भाग लिया। एसएचओ के अनुसार, पहला मामला सुनौदा घाट में 2,000 लोगों के खिलाफ और दूसरा बांडी माता में 1,200 लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है। 900 लोगों के खिलाफ तीसरा मामला बेला रोड में दर्ज किया गया है। शोभन सरकार उर्फ सूर्यभान तिवारी, कानपुर के शिवली इलाके के शोभन गांव के एक स्वयंभू देवता थे। अक्टूबर 2013 में वह उस समय सुर्खियों में आ गए जब उन्होंने दावा किया कि उन्होंने सपना देखा है कि 1,000 टन के सोने के भंडार राव राम बख्श सिंह के महल के नीचे दफन है। इसके बाद ही उन्नाव के डौंडिया खेड़ा में सोने की खुदाई हुई है।