कहा जाता है कि सावन के महीने में जितने पुराने शिवलिंग के दर्शन हो उतना ही शुभ होता है। शायद इसीलिए इन दिनों गुजरात के मोसाद मंदिर में करीब 5000 हजार साल पुराने शिवलिंग के दर्शन के लिए भीड़ हो रही है। यहां पर सावन भर भक्‍तों का मेला लगा रहता है। आइए जानें इस प्राचीन शिवलिंग के बारे में...


मनोकामना पूरी होतीइन दिनों सावन के महीने में गुजरात के मोसाद शहर के करीब स्िथत शिव मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ हो रही है। मोसाद शहर से करीब 14 किमी दूर होने से यह मोसाद शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है। हर कोई यहां पर 5000 हजार साल पुराने शिवलिंग के दर्शन करने के लिए लाइन लगाए रहता है। लोग यहां पर सुबह तड़के से ही शिव जी के जयकारे लगाने लगते हैं। एक खुदाई के दौरान मिले इस शिवलिंग के दर्शन के लिए यहां पर काफी दूर-दूर से भक्त आते हैं। लोगों की मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन मात्र से हर मनोकामना पूरी हो जाती है। काफी पुराना शिवलिंग होने से लोग मानते हैं कि यह चमत्कारिक शिवलिंग हो चुका है।
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यह मंदिर पूर्वा नदी के तट पर स्िथत है। इसीलिए इसे बहुत से लोग जलेश्वर महादेव मंदिर के रूप में भी जानते हैं। बतादें कि 1940 में एक खुदाई में जब यह शिवलिंग मिला था तब इसकी जांच की गई थी। इसके बाद ही यह बात सामने आई थी कि यह करीब 5000 साल पुराना शिवलिंग है। इसी इतिहास की वजह से ही इसे भगवान महादेव का एक धार्मिक स्थल माना जाता है। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां भोलेनाथ का अखंड वास है। इसके अलावा अभी तक यहां आने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी होने से भी यहां पर अधिक भीड़ होती है। यहां शिवरात्रि पर भी अनोखा नजारा देखने को मिलता है।

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Posted By: Shweta Mishra