कहते हैं अगर इंसान के अंदर कुछ कर दिखाने की इच्‍छाशक्‍ति हो तो उसे कोई भी नहीं रोक सकता है। उदाहरण में आप दसवीं तक पढ़े केरल के डी. सदाशिवन को ही देख लीजिए। उन्‍होंने 54 वर्ष की उम्र में वह कर दिखाया जिसे देख बड़े-बड़े इंजीनियर हैरान हैं क्‍योंकि कार के इंजन से हेलीकॉप्‍टर बनाना आसान नहीं है। आइए जानें उन्‍होंने कैसे किया यह कारनामा...


1 माह बाद भरेगा उड़ानजी हां इन दिनों केरल के रहने वाले 54 वर्षीय डी. सदाशिवन चर्चा में छाए हैं। कंजिरापल्ली में एक इंजिनियरिंग शॉप चलाने वाले सदाशिवन के अनोखे अविष्कार की हर कोई तारीफ कर रहा है। डी. सदाशिवन ने कार के इंजन से हेलीकॉप्टर बनाकर सबको हैरान कर दिया है। इसमें उन्होंने 800 का इंजन और गियर बॉक्स लगाया है। इसके अलावा ऑटोरिक्शा के शीशे का प्रयोग किया है। वहीं इसके अलावा इसमें लगा और बाकी सामान अपनी शॉप से लगाया है। ऐल्युमिनियम और लोहे से बना यह हेलीकॉप्टर एक महीने बाद उड़ान भरने को तैयार है। हालांकि अभी उन्हें अभी कई एजेंसियों से अनुमति लेनी है। जियो को अब पता चला, इंडियन मोबाइल यूजर्स को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हैसिर्फ दसवीं तक ही पढ़े
अपने इस अविष्कार के बारे में डी. सदाशिवन का कहना है कि वह सिर्फ दसवीं तक ही पढ़े हैं। ऐसे में एक दिन उनकी बेटी के स्कूल के प्रिंसिपल ने उनसे एक हेलीकॉप्टर का मॉडल तैयार करने को बोले। उस हेलीकॉप्टर मॉडल से बच्चों को पढ़ाना था। इस पर उन्हें लगा कि अगर इस मॉडल की जगह अगर वह एक सही का हेलीकॉप्टर तैयार करें तो ज्यादा अच्छा होगा। इसके बाद वह अपने मन में उठे इस विचार को हकीकत में बदलने के लिए तैयार हो गए और उसे कार के इंजन से बना डाला। इस हेलीकॉप्टर को बनाने में उन्हें पूरे चार साल लगे हैं।इस पांडा की मम्मी से पूछो काला टीका लगाया था कि नहीं, इसकी हरकतें देखकर तो फिदा हो जाओगे

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Posted By: Shweta Mishra