Allahabad: मंडे को कीडगंज का रहने वाला 20 वर्षीय अमित क्र बदला हुआ नामक्र एमएलएन मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो सभी उसे अपलक देखते रह गए. अच्छी-खासी फिजिक वाले इस युवक ने पीले कलर का सलवार-सूट पहन रखा था. वह सीधे एसआईसी के रूम में पहुंचा और कहने लगा कि उसे अपना सेक्स चेंज कराना है. वह मेल से फीमेल बनना चाहता है. उसे कृष्ण की प्रेमिका राधा बनना है. यह सुनकर वहां मौजूद कई डॉक्टर्स भी सरप्राइज्ड रह गए. डॉक्टर्स के लाख समझाने पर भी वह नहीं माना और अपनी जिद पर अड़ा रहा. उसने इसके लिए अर्जी भी दी है.

उसकी बॉडी में राधा की आत्मा बसती है!

अमित ऐसे ही नहीं अपना सेक्स चेंज कराना चाहता है। उसके पास इसके वाजिब तर्क भी हैं। वह कहता है कि उसके अंदर राधा की आत्मा का वास है। वह अपने अंदर फीमेल की फीलिंग महसूस करता है। उसे लगता है कि वह भगवान कृष्ण की प्रेमिका है और अब उसे उनका रूप धारण कर लेना चाहिए। यही रीजन है कि वह सेक्स चेंज कराकर पूरी तरह से फीमेल बन जाना चाहता है। इसके बाद वह खुद को ईश्वर के आगे समर्पित कर देगा।

 अपना नाम भी बदल लिया

पिछले कुछ सालों से इस युवक ने मेल वियरिंग को इग्नोर करके फीमेल क्लोथ्स पहनने शुरू कर दिए हैं। घर ही नहीं वह बाहर भी सलवार सूट, साड़ी और फ्रॉक पहनकर धड़ल्ले से निकलता है। और तो और उसने अपना नाम भी बदलकर राधा रख लिया है। वह सबसे कहता है कि उसे इसी नाम से बुलाया जाए। अनाथ अमित को कीडगंज के एक बुजुर्ग ने पाल-पोसकर बड़ा किया है और उनकी मानें तो घर पर भी वह बेसुध रहता है और खुद एक फीमेल की तरह सबके सामने प्रजेंट करता है।

 डॉक्टर्स ने मांगा एफिडेविट

फिलहाल युवक के सेक्स चेंज करने की अर्जी पर डॉक्टर्स ने उससे एफिडेविट मांग लिया है। चूंकि वह बालिग है इसलिए उसे इसके लिए कानूनी तौर पर रजामंदी देनी होगी। डॉक्टर्स कहते हैं कि लीगल गार्जियन नहीं होने पर प्रॉपर कंसेंट के बिना उसका सेक्स चेंज नहीं किया जा सकता है। इसके लिए कानूनी मान्यता बेहद जरूरी है। अगर वह किन्नर होता तो आसानी से सेक्स चेंज हो सकता था लेकिन वह फिजिकली फिट है और ऐसे में उसे मेल से फीमेल बनाना इतना आसान नहीं होगा। इतना ही नहीं अगर सर्जरी होती है तो इसके पहले उसके फोटोग्राफ्स वगैरह भी सुबूत के तौर पर खींचे जाएंगे।

 कैसे होगा सेक्स चेंज

मेडिकल साइंस में एक मेल को फीमेल बनाना शायद अब इतना कठिन नहीं रह गया है। इसमें प्रॉसेस में मेल के टेस्टिकल्स सहित बाकी ऑर्गन्स को निकालकर स्माल इंटेस्टाइन के जरिए फीमेल ऑर्गन्स बनाए जाते हैं। इरेक्शन और वेट होने की वजह से स्माल इंटेस्टाइन को निचले फीमेल ऑर्गन्स के ऑप्शन के तौर पर यूज किया जाता है। साथ ही मेल ऑर्गन्स को निकालकर बॉडी में फीमेल ऑर्गन्स इंजेक्ट किए जाते हैं। इससे चेस्ट बड़े होकर ब्रेस्ट का साइज धारण कर लेते हैं। बावजूद इसके सेक्स चेंज होने के बाद भी अमित गर्भधारण नहीं कर सकेगा। मेडिकल कॉलेज में इस सर्जरी पर 15 हजार रुपए तक खर्च होंगे। डॉक्टर्स की मानें तो सेक्स चेंज करने के लिए बहुत सी क्वेरीज आने लगी हैं।

 ये है दूसरी राधा

 भगवान कृष्ण के प्रति युवाओं का प्रेम कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी छह साल पहले लखनऊ में पोस्टेड आईजी डीके पांडा इसकी जीती-जागती मिसाल रहे हैं। उन्होंने खुद को राधा डिक्लेयर करके खुद को दुनिया के सामने प्रजेंट कर दिया था। फीमेल ड्रेस, गहनों, चूडिय़ों से सजे हुए पांडा आज भी प्रीतमनगर स्थित अपने घर पर नजर आते हैं। अपनी इन्हीं आदतों के चलते वह काफी दिनों में मीडिया में छाए रहे थे। ऐसा करके उन्होंने अपने परिवार से दूरी भी बना ली थी। उनका दावा है कि उनका सेक्स भी अपने आप चेंज हो चुका है। अमित का नंबर उनके बाद आता है।

 यह युवक मेरे पास पहले भी दो बार आ चुका है। वह फिजिकली फिट है लेकिन उसका बिहेवियर फीमेल की तरह है। उसका कहना है कि उसके अंदर राधा की आत्मा वास करती है। इसलिए वह पूरी तरह से भगवान की प्रेमिका बन जाना चाहता है लेकिन हमारी भी मजबूरी है। हम बिना प्रॉपर कंसेंट के कोई कदम नहीं उठा सकते। हमने उससे एफिडेविट मांगा है और इसके बाद ही कोई कदम उठाया जा सकेगा।

डॉ। दिलीप चौरसिया, यूरोलॉजिस्ट, एमएलएन मेडिकल कॉलेज

 कुछ लोग ऐसी अजीबों-गरीब हरकतें करके खुद को सोसायटी से अलग दिखाने की कोशिश करते हैं। इसे हिस्टीरिकल पजेसिव सिंड्रोम कहते हैं। ऐसे लोग दावा करते हैं उनके पास देवी-देवता मौजूद हैं। मंदिर में जीभ काटकर चढ़ा देना, भीड़ में डांस करना और दूसरी ऊल-जुलूल हरकतें करना इसी बीमारी की निशानी है। ऐसे कई मामले सामने आते हैं जब लोग कहते हैं कि उनके अंदर किसी की आत्मा वास कर रही है। ये युवक भी इसी सिंड्रोम से ग्रसित है और खुद को यूनिक दिखाने के लिए सेक्स चेंज कराना चाहता है। मेरी राय में इसका हार्मोनल और बायोलॉजिकल टेस्ट होना चाहिए। इससे पता चल जाएगा कि उसमें मेल और फीमेल में किसकी डिफिशिएंसी ज्यादा है।

डॉ। कमलेश तिवारी, साइकोलॉजिस्ट, मनोविज्ञानशाला

 

Report By-Vineet Tiwari

Posted By: Inextlive