दिल्‍ली आम आदमी पार्टी के एक विधायक के पास अपने बच्‍चों की स्‍कूल फीस भरने के भी पैसे नहीं है। जी हां यही सच है स्‍कूल फीस न जमा कर पाने के चलते आप विधायक के बच्‍चों को स्‍कूल से भी निकाल दिया गया।विधायक ने कहा कि सैलरी कम होने की वजह से वह बच्‍चों की स्‍कूल फस जमा नहीं कर सके और स्‍कूल ने बच्‍चों को निकाल दिया।


छह महीनों से नहीं की स्कूल फीस जमा दिल्ली के ओखला इलाके से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खां की बेटी हमदर्द स्कूल में कक्षा 3 की छात्रा है वहीं अमान का बेटा कक्षा 7 सक छात्र है। अमान ने बताया कि पिछले छह महीनों से बच्चों की स्कूल फीस जमा न कर पाने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उनके बच्चों के नाम काट दिए। विधायक के मुताबिक दोनों बच्चों की लगभग 58 हजार रूपए फीस बकाया है। स्कूल प्रबंधन ने कहा कि स्कूल में बच्चों को दुबारा दाखिला दिलाने के लिए आप विधायक को अलग से प्रवेश शुल्क देना पढ़ेगा। आम आदमी ने बयां किय अपना दर्द
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खां ने बताया कि उन्हें हर माह 83 हजार 500 रूपए सैलरी मिलती है। जिसमें से 62 हजार रूपए क्षेत्रिय ऑफिस में ही खर्च हो जाते हैं। 30 हजार रूपए डेटा ऑपरेटरों पर और दो ऑफिस कर्मचारियों पर खर्च हो जाते है। इसके अलावा घर का खर्चा बच्चों की पढ़ाई का खर्चा ड्राइवर का खर्चा अलग से होता है।


दिल्ली के ओखला इलाके से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खां की बेटी हमदर्द स्कूल में कक्षा 3 की छात्रा है वहीं अमान का बेटा कक्षा 7 सक छात्र है। अमान ने बताया कि पिछले छह महीनों से बच्चों की स्कूल फीस जमा न कर पाने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उनके बच्चों के नाम काट दिए। विधायक के मुताबिक दोनों बच्चों की लगभग 58 हजार रूपए फीस बकाया है। स्कूल प्रबंधन ने कहा कि स्कूल में बच्चों को दुबारा दाखिला दिलाने के लिए आप विधायक को अलग से प्रवेश शुल्क देना पढ़ेगा। आम आदमी ने बताया अपना दर्द आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खां ने बताया कि उन्हें हर माह 83 हजार 500 रूपए सैलरी मिलती है। जिसमें से 62 हजार रूपए क्षेत्रिय ऑफिस में ही खर्च हो जाते हैं। 30 हजार रूपए डेटा ऑपरेटरों पर और दो ऑफिस कर्मचारियों पर खर्च हो जाते है। इसके अलावा घर का खर्चा बच्चों की पढ़ाई का खर्चा ड्राइवर का खर्चा अलग से होता है।

Posted By: Prabha Punj Mishra