अमेरिका ने अफगान तालिबानी नेता मुल्ला अख्तर मंसूर के मारे जाने का ऐलान किया है। अमेरिका के मुताबिक मंसूर को निशाना बनाकर कल अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र के एक सुदूरवर्ती इलाके में हवाई हमला किया गया है। जिसमें उसकी मौत हो गई है। सबसे खास बात है कि इस बात की पुष्‍टि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी की है।


रिमोट एरिया पर हमला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका की ओर से बड़ी कामयाबी हासिल करने का ऐलान किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने भी इसे अमेरिका के लिए बड़ी कामयाबी बताई है। उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में अफगान तालिबानी नेता मुल्ला अख्तर मंसूर के मारा गया है। पाकिस्तान के अहमद वाल कस्बे के दक्षिणी हिस्से में ये हमला कल शनिवार सुबह करीब 6 बजे किया गया है। मुल्ला पर निशाना साधते समय काफी सक्रियता बरती गई है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के एक रिमोट एरिया पर हमला किया है। सूत्रों की माने तो इस अभियान की मंजूरी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से दी गई थी।एक अन्य व्यक्ति भी
वहीं इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस हमले में मंसूर के साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति के भी मारे जाने की संभावना है। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि मुल्ला उमर 1996 में तालिबान आंदोलन का सुप्रीम लीडर था। उसी ने कंधार से ही इस तालिबान संगठन की शुरुआत की थी। इसके बाद यह संगठन बढ़ता चला गया। तालिबान ने अपने सुप्रीम लीडर मुल्ला उमर के मारे जाने के बाद इसे मुल्ल मंसूर को सत्ता सौंपी थी। इसने लीडरशिप की कमान संभाली थी। सबसे खास बात यह थी कि यह मुल्ला अख्तर मंसूर मुल्ला उमर के सहायक के रूप में भी काम कर चुका था। मंसूर काबुल एवं समूचे अफगानिस्तान स्थित संस्थाओं के खिलाफ हमलों की साजिश रचने व उन्हें अंजाम देने में मुख्य रूप से शामिल था।

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Posted By: Shweta Mishra