महिला को UN महासचिव बनाकर 70 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ना चाहते हैं मून
19 महीने बाद रिटायर होंगे मून
UN महासचिव बान की मून लगातार दो कार्यकाल तक इस पद पर रहे हैं. हालांकि मून अगले साल दिसंबर में अपने पद से हटेंगे. बान की मून के मुताबिक अब वक्त आ गया है जब किसी महिला को संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख की जिम्मेदारी दे दी जाए. UN महासचिव के प्रवक्ता फरहान हक ने बुधवार को कहा कि मून कई मौकों पर कह चुके हैं कि महिला को महासचिव बनाने का वक्त आ गया है. फरहान हक ने हालांकि यह भी बताया कि अपने उत्तराधिकारी का चयन करना बान की मून के हाथ में नहीं है. उनके मुताबिक यूएन महासचिव किसी विशेष व्यक्ति के चयन पर अपनी राय व्यक्त करने नहीं जा रहे हैं.
पारदर्शी होती है प्रक्रिया
बकौल फरहान बान ने प्रतिष्ठित पदों पर आसीन (यूएन या फिर अन्य संगठनों में) कई महिलाओं से मुलाकात की है, लेकिन अगला महासचिव बनने में वह उनकी मदद नहीं कर सकते. महासचिव की चयन प्रक्रिया पर सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों के प्रभुत्व को लेकर सदस्य देशों में पहले से ही नाराजगी है. वे प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की वकालत कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत अशोक मुखर्जी ने अप्रैल में कहा था कि महासचिव को सदस्य देशों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करना चाहिए. फिलहाल यह मसला इसलिए भी उठाया जा रहा है, तोकि यूएन में लिंग समानता पर जोर रहे.