उपचुनाव में मिली शिकस्त के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वीकारा कि अति आत्मविश्वास और सपा-बसपा के बेमेल गठबंधन को समझने में कमी पार्टी को हार की हार की वजह बनी। हम इसकी समीक्षा करेंगे और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा की राजनैतिक सौदेबाजी से निपटने की रणनीति तैयार करेंगे।


विजयी प्रत्याशियों को बधाई भी दीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि सपा-बसपा की यह राजनैतिक सौदेबाजी देश और प्रदेश के विकास को बाधित करने वाली है। उन्होंने हार को स्वीकार करते हुए विजयी प्रत्याशियों को बधाई भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब चुनाव में प्रत्याशी घोषित किए गये थे तो सपा-बसपा समेत सारे दल अलग थे। हमारा अति-आत्मविश्वास भी हार की बड़ी वजह है। हम जनता के इस फैसले को स्वीकार करते हैं। दोनों सीटें हारना समीक्षा का विषय
भविष्य में हमें इसके अनुरूप कार्य करना होगा। दोनों सीटें हारना समीक्षा का विषय है। उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी रहते हैं जबकि आम चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों पर जनता अपनी निर्णायक राय देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो कार्य हुए हैं उससे देश की जनता में विश्वास जगा है। अब समय आ गया है कि अति-आत्मविश्वास के बजाय हम दोनों चुनाव से सबक लें ताकि भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

 

Posted By: Shweta Mishra