फाइनली अब बात होने लगी है उन विषयों पर जिन पर सहज बात करने मे लोग हिचकिचाते थे। विक्की डोनर में स्पर्म डोनेशन शुभ मंगल सावधान में इरेक्टाइल डिस्फ़क्शन टॉयलेट एक प्रेम कथा में सैनिटेशन और अब पैडमैन में मेंसत्रुएशन। ये वो फिल्में हैं जिनमे मुद्दा है और देश के साथ समाज की सोच को बदलने का माद्दा है। आज बात करेंगे पैडमैन की जो इस हफ्ते रिलीज हुई है।

कहानी :
ये कहानी सस्ता सेनेटरी पैड की मशीन ईजाद करने वाले एक विज़नरी इंसान अरुणाचलम मुर्गनाथम की जर्नी का फिल्मी रूपांतरण है, जो समाज से लड़ कर समाज की जननी यानि महिलाओं को सम्मान दिलाने की कोशिश में जुटा है।


रेटिंग : 3.5 स्टार

Yohaann Bhargava
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Posted By: Vandana Sharma