300

रुपए चार्ज है रोड पर खड़ी बाइक को क्रेन से लिफ्ट करने का

990

रुपए रोड पर खड़ी कार को लिफ्ट करने पर निर्धारित है चार्ज

500

रुपए बाइक व कार पर नो पार्किंग का अतिरिक्त वसूल रहे जुर्माना

-सिविल लाइंस में दुकानदारों का आरोप, सेटिंग वाले कई मॉल व बड़ी दुकानों के सामने रोड पर खड़ी गाडि़यां नहीं उठा रहे जिम्मेदार

PRAYAGRAJ: सिटी में रोड पर खड़ी गाडि़यों को लिफ्ट करने में मनी गेम का मामला सामने आ रहा है। यह खेल सिविल लाइंस एरिया में खूब फल-फूल रहा है। पांच से दस हजार रुपए में हुई सेटिंग की वजह से कई मॉल व बड़ी दुकानों के सामने की रोड पार्किंग बन चुकी है। सेटिंग का हिस्सा न बनने वाले तमाम व्यापारियों की दुकान के सामने खड़े उपभोक्ताओं के वाहन पलक झपकते उठा लिए जाते हैं। इससे परेशान ग्राहक ऐसी दुकानों पर जाने से कतरा रहे हैं। इसका असर सीधे उन व्यापारियों के कारोबार पर पड़ रहा है, जो सेटिंग का हिस्सा नहीं हैं। अंदर ही अंदर घुट रहे ऐसे व्यापारी डरवश चाहकर भी मुंह नहीं खोल पा रहे। नाम न छापने की शर्त पर कुछ व्यापारियों ने इस खेल के बारे में बताया।

परेशान व्यापारी खोल रहे हैं पोल

शहर स्मार्ट सिटी का हिस्सा बन चुका है। इसके विकास व सौंदर्यीकरण को लेकर तमाम जतन किए जा रहे हैं। इसी के तहत सिविल लाइंस एरिया में कई जगह पार्किंग जोन बनाए गए हैं। महात्मा गांधी मार्ग पर रोड किनारे पार्किंग की व्यवस्था की गई है। एसपी मार्ग पर भी पार्किंग के इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने मॉल व दुकानदारों को पार्किंग के इंतजाम किए जाने के निर्देश दे रखे हैं। बावजूद इसके लोग गाडि़यों को सड़क पर पार्क करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके चलते जाम की स्थिति बनी रहती है। रोड पर खड़ी गाडि़यों को लिफ्ट कर जुर्माना वसूलने की व्यवस्था बनाई गई। यह काम ट्रैफिक पुलिस को सौंपा गया। अब व्यापारियों की इन बातों में कितनी हकीकत है, यह जांच का विषय बन चुका है।

इस तरह किया जा रहा है पूरा खेल

-रोड पर नो पार्किंग जोन में खड़ी गाडि़यों को लिफ्ट करने के लिए क्रेन के इंतजाम किए गए।

-निर्देश हैं कि रोड पर खड़ी गाडि़यों को उठा कर मल्टी पार्किंग या फिर टीपी लाइन में खड़ी कर दिया जाय।

-दबी जुबान कुछ व्यापारी बताते हैं कि रोड से गाड़ी लिफ्ट करने वाले कुछ जिम्मेदारों ने तमाम मॉल्स व दुकानों में सेटिंग कर रखी है।

-पांच से दस हजार रुपए में हुई सेटिंग के बाद वे उनकी दुकान व मॉल के सामने रोड पर खड़ी गाडि़यों को टच नहीं करते।

-जबकि जो व्यापारी उनकी सेटिंग का हिस्सा नहीं बने, उनकी दुकान या प्रतिष्ठान के सामने खड़ी रोड पर खड़े व्हीकल्स को खींच लिया जाता है।

-इससे परेशान होकर उपभोक्ता दोबारा दुकान पर आने से कतराने लगते हैं। इसका असर सीधे उनके कारोबार पर पड़ रहा है।

कार्रवाई से कतरा रहे हैं जिम्मेदार

-कई मॉल व स्कूल संचालकों को पार्किंग का इंतजाम करने के लिए प्रशासन ने दे रखे हैं निर्देश।

-तमाम प्रतिष्ठानों को चेतावनी के साथ दी गई नोटिस के बावजूद नहीं की जा रही कार्रवाई।

-चेतावनी व नोटिस के बावजूद नहीं हुई कई प्रतिष्ठानों में पार्किंग की व्यवस्था, कार्रवाई से कतरा रहे अफसर।

-प्रतिष्ठानों में पार्किंग के इंतजाम न होने की वजह से मजबूरी में रोड पर गाडि़यां खड़ी कर रहे हैं उपभोक्ता।

जमकर हुई हॉट-टॉक

सिविल लाइंस मल्टी लेवल पार्किंग में रविवार को विहिप के पदाधिकारी से कर्मचारियों की जमकर हॉट-टॉक हुई। हुआ यूं कि दोपहर के वक्त वह गाड़ी लेकर एसपी मार्ग पर पार्किंग के पास पहुंचे। सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर एक दुकान पर चले गए। करीब पांच मिनट में लौटकर आए तो उनकी बाइक क्रेन से लिफ्ट की जा चुकी थी। वह मल्टी लेवल पार्किंग पहुंचे तो पांच मिनट में गाड़ी लिफ्ट करने का कारण पूछने लगे। बस इसी बात को लेकर पार्किंग के कर्मचारियों से उनकी तगड़ी हॉट टॉक हुई। हालांकि बाद में उन्हें निर्धारित शुक्ल जमा ही करना पड़ा। उनका भी यही कहना था कि तमाम दुकानों के समाने घंटों से गाडि़यां खड़ीं हैं। उनकी गाडि़यों को क्यों नहीं उठाया गया। सिर्फ पांच मिनट के लिए हटते ही मेरी गाड़ी क्यों लिफ्ट कर ली गई?

एसपी मार्ग के एक लेन पर छूट दी गई है। सिविल लाइंस से चर्च मार्ग पर व्यवस्था सख्ती से लागू है। सेटिंग जैसी बात की शिकायतें विभाग तक नहीं हैं। जिन्हें लगता है कि ऐसा किया जा रहा है, वे शिकायत करें, जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

-राकेश सिंह, टीआई प्रथम

Posted By: Inextlive