-एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में आर्मी के अफसरों ने दी जानकारी

-मेंबर्स ने देहरादून, पूने, भोपाल के लिए फ्लाइट चलाने की रखी मांग

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PRAYAGRAJ: प्रयागराज सिविल टर्मिनल बनने और कई शहरों के लिए फ्लाइट शुरू होने के करीब एक साल बाद सोमवार को एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की पहली मीटिंग हुई। इसकी अध्यक्षता सांसद इलाहाबाद केशरी देवी पटेल ने की।

कमेटी की मीटिंग में इंडिगो व एयर इंडिया के स्टेशन मैनेजर, वायुसेना के कमांडिंग ऑफिसर, आईओसीएल के अधिकारी के साथ ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कमेटी मेंबर्स ने भगवतपुर आरओबी का 90 फीसदी काम पूरा होने के बाद भी आरओबी न बनने और एयरफोर्स के ऑब्जेक्शन पर चर्चा की। इस पर एयरफोर्स की तरफ से मौजूद कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि भगवतपुर आरओबी का काम तभी शुरू होगा, जब वर्तमान रन-वे को अपने मूल स्थान से पीछे किया जाएगा। अगर रन-वे पीछे किए बगैर आरओबी का काम पूरा हुआ तो टेकऑफ और लैंडिंग में दुर्घटना हो सकती है। इसकी रिपोर्ट सेंट्रल लेवल पर दी जा चुकी है।

इंटरनेशनल लेवल की हों सुविधाएं

सांसद इलाहाबाद केशरी देवी पटेल ने कहा कि सिविल टर्मिनल बनने के बाद अब फ्लाइट से सफर करने वालों की संख्या बढ़ी है। इसलिए अब भोपाल, देहरादून और पुणे के साथ ही कुछ और शहरों के लिए फ्लाइट शुरू करने की जरूरत है। इस पर एयरपोर्ट के डायरेक्टर सुनील कुमार यादव ने कहा कि एयरलाइंस कंपनियों द्वारा प्लानिंग की जा रही है। जल्द ही कुछ और शहरों के लिए फ्लाइट शुरू होगी। सांसद ने इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं अवेलेबल कराने की बात रखी।

सिटी से भी बढ़े कनेक्टिविटी

कमेटी के मेंबर चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि फ्लाइट कनेक्टिविटी तो हो गई। लेकिन एयरपोर्ट की शहर से कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पा रही है। इसके लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की संख्या बढ़ाए जाने और एयरपोर्ट तक पहुंचने के रास्ते पर सुरक्षा, प्रकाश के साथ ही अन्य इंतजाम किए जाने जरूरी है। एयरपोर्ट रोड पर ही आईओसी के ट्रक चलने से अब ट्रैफिक बढ़ गया है। सुरक्षा में पुलिस उपाधीक्षक की तैनाती किए जाने का प्रस्ताव रखा गया। वहीं ड्रेनेज सिस्टम में सुधार करने, एयरपोर्ट कैंपस में ही लॉज बनवाने, रात में भी फ्लाइट ऑपरेट करने का प्रस्ताव रखा गया।

Posted By: Inextlive