किसानों का 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च के तहत पानीपत टोल प्लाजा पर डेरा लगा हुआ है। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के​ लिए दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बल आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि वे किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे।

नई दिल्ली (एएनआई)। किसानों के 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च के मद्देनजर शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) पर सुरक्षाकर्मियों की भारी मौजूदगी देखी गई। पानीपत में रात रुकने के बाद, प्रदर्शनकारी किसान अगली सुबह मार्च फिर से शुरू कर दिया। कृषि कानूनों के विरोध में किसान पानीपत से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के अलावा, आक्रोशित प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई है। इससे पहले आज, राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानीपत टोल प्लाजा के पास कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की ओर जाने वाले किसान माैजूद रहे।हरियाणा में कुछ स्थानों पर बैरिकेडिंग तोड़ने वाले किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पानीपत में रात रुकने के बाद, प्रदर्शनकारी किसान अगली सुबह मार्च फिर से शुरू कर दिया।

Vehicles are not allowed towards Singhu Border. Interstate vehicles may take Western/Eastern peripheral expressway: Delhi Traffic Police https://t.co/JClU8hz19o

— ANI (@ANI) November 27, 2020


हम किसी भी हालत में​ दिल्ली पहुंचें
एक किसान अमनदीप ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा मुख्य मांग यह है कि उन्हें हमारी बात सुननी चाहिए। वे कृषि कानून लाए हैं और फिर भी, वे हमारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी किसान ने बताया, हम किसी भी हालत में​ दिल्ली पहुंचेंगे। हम 6 महीने का राशन लेकर आए हैं। हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। गुरुद्वारे हमें खाद्य आपूर्ति भी भेज रहे हैं।

Punjab: Members of Kisan Mazdoor Sangarsh Committee prepare in Amritsar for their tractor rally towards Delhi by stocking up essentials in trolleys.
"We have loaded food material for a month & cooking utensils in our trolleys. We're all headed towards Delhi now," says a farmer. pic.twitter.com/INJX58AoJB

— ANI (@ANI) November 27, 2020
आंसू गैस के गोलों से रोकने की कोशिश
वहीं एक अन्य किसान रॉबिनदीप सिंह ने कहा हमने अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए खाद्य आपूर्ति की व्यवस्था की है। हमने ठंड का सामना करने के लिए गर्म कपड़ों की भी व्यवस्था की है। हम यहां रात में रुकने वाले हैं। एक प्रदर्शनकारी किसान ने बताया, पुलिस ने हमें पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोलों से रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन हमने इसकी परवाह नहीं की।

Rohtak: Farmers gathered at Rohtak-Jhajjar border, for 'Delhi Chalo' protest march against Centre's farm laws#Haryana pic.twitter.com/47rtOcYmOv

— ANI (@ANI) November 27, 2020


हाल ही में दो विधेयक पारित किए गए
कृषि क्षेत्र के उत्थान और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से हाल ही में दो विधेयक पारित किए गए थे। इसमें कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक, 2020 और कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 शामिल थे। राष्ट्रपति ने भी इस पर मुहर लगा दी थी। किसानों इन कानूनों को लेकर नाराज हैं।

Posted By: Shweta Mishra