The Jammu & Kashmir Police on Saturday made a third arrest in the suicide attack on the CRPF camp in Bemina that killed five jawans on Wednesday.


श्रीनगर के बेमिना में हुए टेरेरिस्ट अटैक में अरेस्ट एक आतंकी ने खुलासा किया है कि वे इंडियन गवर्नमेंट द्वारा अफजल को फांसी दिए जाने का बदला लेना चाहते थे. छत्ताबल इलाके से पकड़ा गया टेरेरिस्ट जुबैर उर्फ अबू तल्हा मुल्तान का रहने वाला है. उसने बताया कि वह और उसके 5 साथी उरी सेक्टर से इंडिया में दाखिल हुए, जिनमें से 2 हमले से पहले वापस लौट गए.मिली जानकारी के मुताबिक अबू तल्हा को शुरूआती ट्रेनिंग हिजबुल मुजाहिदीन ने दी थी. वह लश्कर के लिए काम करता है. हमले में शामिल अपने अन्य साथियों के बारे में उसने बताया कि मारे गए टैरेरिस्ट में से हैदर, साहीवाल शहर का और दूसरा सैफ, पंजाब प्रांत के डेरा गाजी का रहने वाला था. अबू तल्हा से मिली जानकारी के बाद आतंकियों की मदद करने वाले बशीर अहमद को भी अरेस्ट किया गया है.


कश्मीर में तैयार हुई थी साजिश

बशीर ने बताया हमले की तैयारी पिछले महीने कश्मीर में हुई आतंकी संगठनो के शीर्ष कमांडरों ने की थी और उन्हीं के कहने पर बशीर ने इन टैरेरिस्ट को गाइड किया था. इस हमले की साजिश में एक परनदीप सिंह नाम का शख्स भी शामिल है जिसे हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है. अबू तल्हा चक मुल्तान का रहने वाला है. उसने बताया कि उसके घर में बड़ी तंगी थी जिसके कारण उसने आतंक का रास्ता चुना. वेडनेसडे को सीआरपीएफ में हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए और 2 टैरेरिस्ट मारे गए. इनका संबंध पाकिस्तान से हैं. पाकिस्तान ने कश्मीर में अशांति फैलाने और लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित करने के लिए यह हमला किया था.

Posted By: Garima Shukla