झारखंड की सियासत में आज एक बार फिर नए दौर का आगाज हो गया है। यहां पर झामुमों के हेमंत सोरेन ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल ली है। यहां पर जानें दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले हेमंत सोरेन के बारे में खास बातें...


रांची (झारखंड) (एएनआई/आईएएनएस)। झारखंड के 11वें चीफ मिनिस्टर के रूप में हेमंत सोरेन ने रविवार को रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में शपथ ली। 44 साल की उम्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हेमंत सोरेन दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन ने 40 दिनों में 182 रैलियां और रोड शो करके झारखंड की लंबाई और चौड़ाई को कवर किया और आज देश के नौवें सबसे बड़े राज्य के 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया। पहले भी 2013-14 में लगभग डेढ़ साल तक मुख्यमंत्री रह चुके


दूसरी पीढ़ी के राजनेता और झामुमो के निवर्तमान अध्यक्ष सोरेन इससे पहले भी 2013-14 में लगभग डेढ़ साल तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहे थे। हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त,1975 को बिहार के रामगढ़ जिले के नेमरा में हुआ था। यह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के पुत्र है।& हेमंत सोरेन तीन भाइयों में से दूसरे हैं और उनकी एक बहन भी है। हेमंत सोरने की पत्नी का नाम कल्पना है और उन्हेंं दो बेटे हैं। चुनाव आयोग के साथ दायर एक हलफनामे के अनुसार उन्होंने बीआइटी मेसरा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढाई भी की है पर डिग्री कंप्लीट नहीं कर सके।

सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम कियावह 24 जून, 2009 से 4 जनवरी, 2010 तक राज्य सभा के सदस्य रहे। 2009 में हेमंत ने दुमका से विधानसभा चुनाव जीता और अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में झारखंड के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और सितंबर 2010 से जनवरी 2013 तकभाजपा-झामुमो सरकार का नेतृत्व किया। राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने के बाद कांग्रेस और राजद के समर्थन से सोरेन को 13 जुलाई 2013 को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी। उन्होंने भारत के एक राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।फूलों के गुलदस्ते के बजाय उन्हें किताबें भेंट करने के लिए बुलाया

हाल ही में, सोरेन को सोशल मीडिया पर प्रशंसा मिली जब उन्होंने लोगों को फूलों के गुलदस्ते के बजाय उन्हें किताबें भेंट करने के लिए बुलाया। एक पहल जिसे अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रोत्साहित किया गया है। सोरेन ने ट्वीट किया था कि साथियों, मैं अभिभूत हूं आप झारखंडवासियों के प्यार एवं सम्मान से। पर मैं आप सबसे एक करबद्ध प्रार्थना करना चाहूंगा, कि कृपया कर मुझे फूलों के बुके की जगह ज्ञान से भरे बुक।& मतलब अपने पसंद की कोई भी किताब दें। मुझे बहुत बुरा लगता है की मैं आपके फूलों को सम्भाल नहीं पाता।

Posted By: Shweta Mishra