इविवि में छात्र परिषद का प्रारूप बनाने वाली डीन आर्ट प्रो। के एस मिश्रा की कमेटी की सिफारिशों को कुलपति ने दी मंजूरी

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस सत्र से लागू हुए छात्र परिषद का प्रारूप बनाने वाली डीन आर्ट प्रो। केएस मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी ने अपनी सिफारिशें सोमवार को कुलपति प्रो। आरएल हांगलू को सौंप दी। इसे प्रो। हांगलू ने मंजूरी दे दी है। कमेटी द्वारा लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर बनाए गए प्रारूप के अनुसार छात्र परिषद की बैठक बुलाने का अधिकार परिषद के सचिव को दिया गया है। सचिव की अनुपस्थिति में संयुक्त सचिव उसके समस्त कर्तव्यों का निर्वाहन करेगा।

छात्र परिषद का प्रारूप

-परिषद में शीर्ष स्तर पर पांच केन्द्रीय पदाधिकारी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव व सांस्कृतिक सचिव होंगे। अध्यक्ष सभी बैठकों की अध्यक्षता करेगा और उसकी अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

-कला, विज्ञान, वाणिज्य, विधि संकाय के साथ इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज व अन्य सेंटर को मिलाकर पांचवीं इकाई बनाई गई है। इन्हीं पांच इकाईयों से प्रतिनिधि चुने जाएंगे और यह चुने गए प्रतिनिधि ही अपने बीच से केन्द्रीय पदाधिकारियों का चयन करेंगे।

-शोध के स्तर पर पांचों संकाय से दो-दो शोध छात्र प्रतिनिधि आम छात्रों द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से चुने जाएंगे। हर संकाय से अनिवार्य रूप से एक पुरूष व एक महिला प्रतिनिधि होगी।

-परास्नातक स्तर पर पांचों संकाय में प्रथम सेमेस्टर से दो और तीसरे सेमेस्टर से दो छात्र प्रतिनिधि मतदान द्वारा चुने जाएंगे। हर स्तर से अनिवार्य रूप से एक महिला प्रतिनिधि चुनी जाएगी। प्रत्यक्ष मतदान द्वारा इस स्तर पर कुल बीस छात्र प्रतिनिध चुने जाएंगे जिसमें दस छात्राएं प्रतिनिधि होंगी।

-स्नातक स्तर पर प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष, तृतीय वर्ष और जहां चतुर्थ व पांच वर्षीय कोर्स है वहां से एक पुरुष छात्र प्रतिनिधि व एक महिला प्रतिनिधि का चुनाव किया जाएगा। इस स्तर में कुल 34 छात्र प्रतिनिधि में से आधी छात्राएं होंगी।

-शोध, परास्नातक व स्नातक स्तर पर आम छात्रों द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से जो प्रतिनिधि चुने जाएंगे उन्हें क्लास रिप्रजेंटेटिव कहा जाएगा। इनमें से ही केन्द्रीय पदाधिकारियों का चयन मतदान द्वारा किया जाएगा।

-इसके अलावा केन्द्रीय सांस्कृतिक समिति द्वारा एक छात्र नामित किया जाएगा व खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाला एक छात्र नामित किया जाएगा।

-ओबीसी, एससी, एसटी व अल्पसंख्यक कैटेगरी से भी प्रत्येक संकाय से स्नातक, परास्नातक व शोध स्तर पर एक-एक छात्र नामित किया जाएगा।

-चुनाव में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों की उम्र लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक स्नातक स्तर पर अधिकतम 22 वर्ष, परास्नातक स्तर पर 25 वर्ष और शोध स्तर पर अधिकतम 30 वर्ष की गई है।

-जिन उम्मीदवारों की उपस्थिति 75 फीसदी से कम होगी और जिन पर अतीत में आपराधिक मुकदमें होंगे वे इस पूरी चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।

छात्र परिषद के चुनाव, गठन और प्रारूप से जुड़ी हुई प्रक्रिया पर प्रो। केएस मिश्रा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है। इसे मंजूरी भी मिल गई है। इसमें हर संकाय से हर सामाजिक वर्ग को भी प्रतिनिधि तत्व मिलेगा। पूरी प्रक्रिया में लिंगदोह समिति की सिफारिशों का ध्यान रखा गया है।

डॉ। चितरंजन कुमार,

पीआरओ इविवि

Posted By: Inextlive