प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की। इस दाैरान पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन हमारी स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।


नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया है। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज से एक मिशन शुरू हो रहा है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने की शक्ति है। तीन साल पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आयुष्मान भारत योजना लागू की गई थी। खुशी है कि आज से देश भर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात वर्षों में देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए पिछले सात वर्षों से चला आ रहा अभियान आज से एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप के बारे में भी बात की और कहा कि इससे कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत मदद मिली है।
सरकार गरीबों के जीवन की बड़ी चिंता को खत्म करने में सफल हो रही है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुक्त टीका अभियान के तहत हम वैक्सीन को सभी तक पहुंचाने में सफल रहे हैं। भारत आज वैक्सीन की लगभग 90 करोड़ खुराक लगाने में सक्षम है और इसमें को-विन की बड़ी भूमिका है। पीएम मोदी ने कहा कि महामारी की अवधि के दौरान टेलीमेडिसिन का अभूतपूर्व विस्तार भी हुआ है। 'ई-संजीवनी के जरिए अब तक करीब 125 करोड़ रिमोट कंसल्टेशन पूरे किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आयुष्मान भारत-पीएम-जन आरोग्य योजना के माध्यम से सरकार गरीबों के जीवन की बड़ी चिंता को खत्म करने में सफल रही है। अब तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने मुफ्त इलाज का लाभ उठायाइसके साथ ही उन्होंने कहा, इस योजना के तहत अब तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है। इसमें भी आधे लाभार्थी हमारी मां, बहनें, बेटियां हैं। '130 करोड़ आधार नंबर ... 118 करोड़ मोबाइल ग्राहक ... लगभग 80 करोड़ इंटरनेट यूजर्स ... लगभग 43 करोड़ जन धन बैंक खाते इतना बड़ा कनेक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर दुनिया में कहीं नही है। ये डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर राशन से लेकर प्रशासन तक को तेज, पारदर्शी तरीके से सामान्य भारतीय तक पहुंचा रहा है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा प्रधानमंत्री ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से की थी। वर्तमान में, यह कार्यक्रम छह केंद्र शासित प्रदेशों में पायलट आधार पर लागू किया जा रहा है।

Posted By: Shweta Mishra