इस बार 2 प्रतिशत वेतनवृद्वि किए जाने का विरोध। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने किया प्रदर्शन।

देहरादून। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा थर्सडे को ऑल इंडिया एसएमई शाखा राजपुर रोड के पास प्रदर्शन किया गया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक जगमोहन मेंहदीरत्ता ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन श्रृखंलाबद्व तरीके से किया जा रहा है। इससे पहले भी 9 मई 2018 को किया गया था। इसके बाद अब 24 और 29 मई को विरोध प्रदर्शन और 30 और 31 मई को देशव्यापी हड़ताल की जाएगी।

 

हर 5 साल में वेतन वृद्धि का प्रस्ताव

जगमोहन मेंहदीरत्ता ने बताया कि वर्ष 1996 से परम्परागत रूप से बैंक प्रबंधन आईबीए व यूनियन प्रतिनिधियों के बीच 10 समझौते हुए हैं। पिछला समझौता 1 नवंबर 2012 से 31 अक्टूबर 2017 तक मान्य था। नवंबर 2017 से 11वां वेतन समझौता होना था, जिसके लिए 2017 में मांग पत्र प्रस्तुत भी किया गया। लेकिन, प्रबंधन द्वारा जान बूझकर इसमें देरी की गई। जिसके बाद वेतन वृद्वि को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं किया गया। इस पर बैंक कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल की, वित्त मंत्री के हस्तक्षेप के बाद बैंककर्मी मान गए। लेकिन इसके बाद 5 मई को हुई आईबीए की वार्ता के बाद 2 प्रतिशत की वृद्वि की गई। जबकि इससे पहले 2012 में 15 प्रतिशत की वृद्वि की गई थी। ऐसे में इस बार के प्रस्ताव को लेकर पूरे देश में बैंककर्मियों में असंतोष है। ऐसे में बैंककर्मियों को विरोध करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 30 और 31 मई के देशव्यापी हड़ताल के बाद अगर उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो बैंककर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।

Posted By: Inextlive