आगरा। आवास विकास सेक्टर 14 के रहने वाले व्यवसाई यशपाल सिंह, रजनीश गोयल, मधुकर चर्तुर्वेदी, विजिलेंस से रिटायर्ड ओपी राना, मथुरा में तैनात डा। चंद्रा रोजना सुबह टहलने के लिए जाते हैं। लेकिन उनके इलाके का पार्क बदहाल है। बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। पार्को में गंदगी व्याप्त है। कई बार कंप्लेन के बाद भी उसमें बुनियादी सुविधाएं तक ठीक नहीं हो सकी हैं। उसके आसपास कोई पार्क न होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये शहर के पार्को की स्थिति का एक उदाहरण है। दरअसल, शहर के कुछ चुनिंदा पार्को को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर पार्को का यही हाल है।

मॉडल पार्क का आदेश ही उलझा

शासन के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी डीएम और नगर आयुक्त को पत्र भेजकर शहरों में मॉडल पार्क विकसित किए जाने का आदेश जारी किया था। इसमें पार्क का चिह्नाकंन कर उन्हें मॉडल रूप में विकसित करना था, लेकिन अभी तक इसके लिए कोई प्रपोजल तक तैयार नहीं किया जा सका है। शासन का आदेश सिस्टम के चक्रव्यूह में उलझकर रह गया है। आपको बता दें कि सिटी के पार्क कागजों में दुरुस्त हैं। इनमें बुनियादी सुविधाओं के साथ हरियाली भी छा रही है, लेकिन हकीकत में देखा जाए तो पार्को में सौन्दर्यीकरण तो दूर बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। वहीं नगर निगम के अफसरों का दावा है कि पार्को की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है।

ये होनी चाहिएं सुविधाएं

- टहलने के लिए पाथवे होना चाहिए

- पब्लिक के लिए बैठने के लिए सीमेंटेड बेंच की व्यवस्था होनी चाहिए

-सौन्दर्य प्रसाधन संबंधी सुविधा

-ओपन एयर जिम

-शुद्ध पेयजल की व्यवस्था

-योग के लिए उपयुक्त स्थान

-बच्चों के खेलकूद के लिए व्यवस्था होनी चाहिए

-पार्किंग के लिए व्यवस्था

-पर्याप्त पौधे, हरियाली होनी चाहिए

-पार्क की चारदीवारी और पेड़ों की सिंचाई की व्यवस्था

सिटी में नगर निगम के 459 पार्क हैं। कागजों में 170 दुरुस्त हैं। वहीं अधिकारियों का दावा है कि 150 पार्को का सौन्दर्यीकरण हो चुका है। इसके अलावा ताजनगरी फेस-2, कालिंदी विहार, शास्त्रीपुरम आदि स्थानों पर आगरा विकास प्राधिकरण के 85 से ज्यादा पार्क हैं। ये भी विकसित नहीं हैं। इसमें अमृत योजना के तहत 18 पार्को को विकसित करने की योजना थी। नगर निगम के अफसरों की मानें तो 72.42 करोड़ से सड़क, नाले, स्ट्रीट लाइट, सॉलिड वेस्ट, हरियाली समेत सौन्दर्यीकरण किया गया है। उसमें बल्केश्वर पार्क, जयपुर हाउस पार्क, शहीद नगर पार्क, बिजलीघर पार्क समेत कुछ ऐसे पार्क हैं जहां सार्वजनिक रूप से ज्यादा लोग जुटते हैं। उनको विकसित किया गया है। पार्क एवं ग्रीन स्पेस की नौ परियोजनाओं के बजट तो जारी हो गया है, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है।

इन पार्को को होगा सौन्दर्यीकरण

पार्क का नाम धनराशि दूसरी किश्त

ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस ब्लॉक ए पहली किश्त 9.97 लाख 11.15 लाख

भगत सिंह पार्क 10.86 लाख 17.61 लाख

इशा निकेतन पार्क 11.44 लाख 21.59 लाख

माधव पार्क ताज नगरी 11.48 लाख 22.27 लाख

तिकोनिया पार्क ताज नगरी 11.368 लाख 21.416 लाख

ईडब्ल्यूएस 144 के सामने पार्क 1्र0.108 लाख 21.506 लाख

छत्ता मॉडल टाउन कॉलोनी 1्र0.61 लाख 15.68 लाख

ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस 11.44 लाख 21.35 लाख

Posted By: Inextlive