डेनमार्क में हुए एक नवीनतम अध्‍ययन के अनुसार नॉन स्टीरॉइडल पेनिकिलर्स से हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। खास कर ऐसे लोगों को जो पहले ही कॉलेस्‍ट्राल और किडनी से जुड़ी समस्‍याओं से ग्रस्‍त हैं।

जानलेवा है पेन किलर
एक नए अण्ययन में सामने आया है कि पेनकिलर जानलेवा हो सकते हैं। डेनमार्क में हुए इस अध्ययन में कहा गया है कि ये खतरा खासकर उन लोगों के लिए ज्यादा है जो डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हाई कॉलेस्ट्रॉल और किडनी से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं। अमेरिका के ड्रग रेग्युलेटर ने चेताया है कि भारत में आसानी से मिलने वाले पेनकिलर्स हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देते हैं, जिससे मौत तक हो सकती है। दर्द दूर करने और बुखार कम करने वाले नॉन-स्टीरॉइडल पेनिकिलर्स से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। अमेरिका के एफडीए ने कहा कि पहले से ही इन बीमारियों से जूझ रहे लोगों को तो खतरा है ही, जिन्हें ये समस्याएं नहीं हैं, वे भी ऐसे पेनकिलर्स के इस्तेमाल से खतरे में पड़ सकते हैं।

इन दवाओं पर चेतावनी छापने पर विचार
एफडीए ने कहा कि अब उसने इस तरह की दवाओं के लेबल में यह लिखने का फैसला किया है कि इनसे हार्ट फेल होने का खतरा हो सकता है। इनका इस्तेमाल शुरू करने के पहले हफ्ते में ही ऐसा हो सकता है। ज्यादा डोज लेने या लंबे समय तक इस्तेमाल करते रहने से खतरा और भी बढ़ जाता है। यूएस फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले 10 साल के मामलों को रिव्यू करने के बाद यह बात कही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अक्सर ये दवाएं डॉक्टर्स भी प्रेस्क्राइब कर देते हैं इसलिए अब उन्हें भी यह दवा लिखते समय सावधानी बरतनी होगी।

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Posted By: Molly Seth