PATNA : राज्य में 15 हजार उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति कैंप लगाकर की जाएगी. यह काम हर हाल में पंचायत चुनाव से पहले कर लेना है. ये कहा शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने. वे गुलाम सरवर जयंती एवं उर्दू दिवस पर पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राजभवन में 18 जनवरी की बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए उस दिन सरकार कुछ कठोर फैसले ले सकती है. कक्षाओं में 75 फीसद उपस्थिति को अनिवार्य बनाया जाएगा और मोटी पगार वाले शिक्षकों पर भी सख्ती की जाएगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता गुलाम गौस ने की.


अशोक चौधरी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हम अभूतपूर्व सुधार करना चाहते हैं। हो सकता है कुछ कठोर फैसले भी लें। इसके लिए हमें सबका सहयोग चाहिए। उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की दिक्कतें जल्द दूर करने का भरोसा उन्होंने दिलाया। कहा कि एक-दो दिनों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिया जाएगा। उर्दू जुबान को बिहार में सरकार खत्म नहीं होने देगी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अŽदुल गफूर ने राज्य के 78 हजार स्कूलों में एक-एक उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। उन्होंने कहा कि गुलाम सरवर अगर नहीं होते तो बिहार में उर्दू दूसरी जुबान नहीं बन पाती। पूर्व मंत्री एवं राजद विधायक इलियास हुसैन ने उर्दू की विशेष सुरक्षा की जरूरत बताते हुए कहा कि ङ्क्षहदी और उर्दू को छोड़कर लोग अंग्र्रेजी के दीवाने हो रहे हैं।

Posted By: Inextlive