विशेष निगरानी इकाई ने आईपीएस आदित्य के पटना गाजियाबाद और मेरठ के ठिकानों पर की रेड

पटना (ब्यूरो)। मुख्य न्यायाधीश बनकर डीजीपी को फर्जी फोन कराने के मामले में फरार चल रहे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी आदित्य कुमार पर नकेल कसने लगी है। पुलिस पहले से फरार आइपीएस आदित्य की तलाश में जुटी है, दूसरी ओर अब उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी शुरू हो गया है। बुधवार को विशेष निगरानी इकाई ने आईपीएस आदित्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के बाद उनके पटना, गाजियाबाद और मेरठ के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। अब तक 20 लाख नकद और एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के जमीन के तीन प्लाट के कागजात बरामद किए गए हैं। आदित्य के बैंक खातों में 90 लाख जमा होने के प्रमाण भी विशेष निगरानी को मिले हैं।

पद दुरुपयोग कर जमा की अकूत संपत्ति
विशेष निगरानी इकाई से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय पुलिस सेवा के पदाधिकारी के रूप में गया के एसएसपी समेत अन्य पदों पर रहते हुए आदित्य कुमार ने अपने पद का दुरुपयोग कर अकूत संपत्ति अर्जित की। पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद आदित्य के खिलाफ एसवीयू ने वेतन के अलावा 1.37 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया। उन्होंने आय से करीब 131 प्रतिशत अधिक कमाई की। इसके बाद आदित्य के ठिकानों पर छापा मारने के लिए निगरानी की विशेष कोर्ट से अनुमति ली गई।

एक साथ तीन स्थानों पर छापा
बुधवार की सुबह आदित्य के दानापुर के वासीकुंज कांप्लेक्स के फ्लैट संख्या 505-बी, सेक्टर- 6 इंदिरापुरम गाजियाबाद के जनहितकारी अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 294, मेरठ के सुभाष नगर, सिविल लाइन की आवास संख्या 626, गली नं। आठ के मकान पर एक साथ छापा मारा। देर शाम तक आदित्य के ठिकानों पर छापामारी जारी थी।

घर में मिले 20 लाख कैश
विशेष निगरानी ने आधिकारिक तौर पर बताया कि आदित्य के ठिकाने से एयवीयू को अब तक 20 लाख नकद, विभिन्न बैंकों में जमा 90 लाख रुपये तथा शेयर, बांड एवं एफडी में पांच लाख रुपये के निवेश का पता चला है। विशेष निगरानी इकाई को पटना, गाजियाबाद और मेरठ में इनके जमीन के प्लाट होने की जानकारी मिली है। अबतक की जांच के अनुसार आदित्य ने पटना में आइसीएस कापरेटिव हाउङ्क्षसग सोसायटी में 18 लाख रुपये की कीमत की जमीन ली है। इसके अलावा गाजियाबाद के वसुंधरा में उन्होंने 30 लाख और वासीकुंज सोसायटी पटना में जमीन पर करीब 60 लाख रुपये का निवेश किया है।

एक बैंक लॉकर सील
विशेष निगरानी के अनुसार छापामारी के दौरान आदित्य के स्टेट बैंक व अन्य बैंकों में अपने परिजनों के नाम पर विभिन्न प्रकार के निवेश के दस्तावेज साथ ही एक बैंक लाकर की जानकारी भी मिली है। बैंक लाकर को सील किया गया है। अभियुक्त ने पटना के वशीकुंज सोसायटी सगुना मोड़ के फ्लैट के इंटीरियर एवं विभिन्न प्रकार के कीमती सामान का भी पता चला है। इनकी कीमत 18 से 20 लाख रुपये आंकी गई है।

गया एसएसपी रहते आए थे विवादों में
आदित्य कुमार पर गया के एसएसपी पद पर रहते हुए शराब माफिया से गठजोड़ के आरोप लगे थे। इसी मामले में उन्हें निलंबित किया गया था। इस मामले में उनकी शिकायत तत्कालीन आइजी ने पुलिस मुख्यालय से की थी। आरोप है कि इसी मामले को रफा दफा करने के लिए आइपीएस आदित्य कुमार ने डीजपी एसके ङ्क्षसघल को फर्जी फोन कराया था।

Posted By: Inextlive