- एनवीएस के हेडक्वार्टर ने स्क्रूटनी प्रॉसेस पर उठाया सवाल

- एडमिशन फॉर्म में लगातार रह जा रही हैं कई गलतियां

PATNA: नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा फरवरी में होती है। एंट्रेंस टेस्ट के बाद स्टूडेंट का एडमिशन क्लास सिक्स्थ में होता है, लेकिन पिछले कई सालों से देखा जा रहा है कि एडमिशन फॉर्म में कई गलतियां रह जा रही हैं। इसके कारण समिति को परेशानी होती है। इसी कारण से समिति ने जवाहर नवोदय विद्यालय के सभी प्रिंसिपल को फटकार लगायी है। समिति ने सभी नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल को लेटर लिखकर स्क्रूटनी की प्रॉसेस को सीरियसली लेने को कहा है। मालूम हो कि स्क्रूटनी ठीक से नहीं होने के कारण समिति के साथ साथ पैरेंट्स और स्टूडेंट को भी परेशानी होती थी।

पैरेंट्स व स्टूडेंट्स परेशान

समिति के एक अधिकारी ने बताया कि इस कारण से बच्चों के डीओबी, कास्ट और जेंडर में गड़बड़ी चली जाती थी, बाद में इसे ठीक करवाने को लेकर पैरेंट्स और स्टूडेंट परेशान रहते थे। उन्होंने बताया कि स्कूल स्तर पर स्क्रूटनी के ठीक से नहीं होने के कारण कई बार कुछ स्टूडेंट की प्रवेश परीक्षा भी समिति को रिकंडक्ट करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा हुआ है कि स्टूडेंट जिस भाषा में परीक्षा देना चाहता है उसे उस भाषा में क्वेश्चन दिया ही नहीं गया है। समिति ने सभी रिजनल ऑफिस को भी निर्देश दिया है कि वेा अपने स्तर से स्कूल को जरूरी निर्देश दे।

Posted By: Inextlive