हर दिन 28 लाख के कोल्ड ड्रिंक्स पी जाते हैं पटनाइट्स
- पिछले साल के कंपैरिजन में सॉफ्ट ड्रिंक की तुलना में फ्रूट जूस की बिक्री में इजाफा
- हेल्थ के प्वाइंट ऑफ व्यू से नॉन कॉर्बोनेटेड ड्रिंक अधिक लाइक कर रहे हैं लोग PATNA : पटना सहित पूरे बिहार में दिनों दिन गर्मी बढ़ने लगी है। तपिश बढ़ने के साथ-साथ राजधानी में कोल्ड ड्रिंक्स के कारोबार में इजाफा हो गया है। शहर में अलग-अलग कंपनियों के सॉफ्ट ड्रिंक और फ्रूट जूस के साथ अन्य तरह के पेय पदार्थो की बिक्री बढ़ गई है। पटना में हर दिन करीब ख्8 लाख रुपए सॉफ्ट डि्रंक्स आदि खरीदने में खर्च हो रहे हैं। पिछले साल के कंपैरिजन में सॉफ्ट ड्रिंक की तुलना में फ्रूट जूस और अन्य तरल पदार्थो की बिक्री में भी खासा इजाफा देखा जा रहा है। खासतौर पर गर्ल्स और बच्चों का क्रेज सॉफ्ट ड्रिंक को लेकर देखने को मिल रहा है। फ्रूट जूस कर रहे लाइकहेल्थ की फिक्र में लोग सोडा वाले सॉफ्ट ड्रिंक के साथ फ्रूट जूस वाले नॉन कॉर्बोनेटेड ड्रिंक भी पंसद कर रहे हैं। पब्लिक की पंसद को ध्यान में रखते हुए सभी कंपिनयों ने अपनी वेराइटीज में चेंजेज किए हैं। ब्रांडेड फ्रूट जूस में कंपनियों ने मैंगो के साथ नींबू, लीची, संतरा और अमरूद के फ्लेवर मार्केट में उतारे हैं। इनमें सबसे अधिक बिक्री आम के फ्लेवर की बताई जा रही है। इसके साथ ही संतरा और लीची मिक्स वाले आइटम भी लोग खासा पंसद कर रहे हैं।
इस तरह से हो रही खपत फ्रूट जूस की बिक्री- म् लाख रुपए सॉफ्ट ड्रिंक की बिक्री- क्म् लाख रुपए सत्तू, गन्ने का रस, दही लस्सी, मठ्ठा आदि अन्य तरह के पदार्थो की बिक्री- म् लाख रुपए नोट- आंकड़े मार्केट व्यापारी संघ से मिली जानकारी के आधार पर। दाम को समझे एक नजर में ख् लीटर सॉफ्ट ड्रिंक 7भ् रुपए क् लीटर सॉफ्ट ड्रिंक भ्0 रुपए फ्रूट जूस ख्क्0 रुपए से ख्म्0 रुपए सत्तू की लस्सी, म् से क्भ् रुपए दही लस्सी, क्0 से फ्0 रुपए गन्ने का रस- क्0 से क्भ् रुपए एक गिलास आम का पन्ना- म् से क्ख् रुपए एक गिलास। नींबू पानी- ख् से पांच रुपए एक गिलास। अप्रैल से जुलाई तक यानी ब् महीनों में जबरदस्त बिक्री होती है। इन्हीं चार महीनों में हम लोगों का अच्छा इजाफा होता है। वहीं पिछले दो सालों में सॉफ्ट ड्रिंक और फ्रूट जूस का मार्केट पटना में तेजी से बढ़ रहा है। अजय कुमार, सीनियर सेल्स एक्जीक्यूटिव, कोल्ड ड्रिंक।- पटना सहित पूरे बिहार में अप्रैल से जुलाई तक ठंडे आईटम्स की डिमांड ज्यादा रहती है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ते जाती है उसी प्रकार ठंडे का मार्केट गर्मा जाता है।
मनोज कुमार सिंह, सॉफ्ट ड्रिंक और फ्रूट जूस के विक्रेता, पटना।