अतिक्रमण हटाने गई पुलिस पर हमला
-बेली रोड पर घंटों हुआ बवाल, पुलिस ने भी जमकर भांजी लाठियां
-डेढ़ दर्जन लोग जख्मी, पथराव से आधा दर्जन पुलिस वाले भी घायल -जगदेव पथ मुसहरी के पास हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहा था अतिक्रमण, - 23 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार PATNA: एयरपोर्ट थाना एरिया जगदेव पथ पर अतिक्रमण हटाने गई पुलिस-प्रशासन पर लोगों ने हमला कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि लोगों ने पथराव किया तो पुलिस को भी लाठी चलानी पड़ी। करीब डेढ़ दर्जन लोग चोटिल हुए। वहीं आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए। जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस अतिक्रमणकारियों को दौड़ा दौड़ाकर भगाती रही। अचानक करने लगे पथरावजानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस सुबह ही अतिक्रमण हटाने गई थी। पुलिस की माने तो अतिक्रमण हटा भी लिया गया था मगर कुछ असमाजिक तत्वों ने बदमाशी की और पथराव शुरू कर दिया। सिटी एसपी सेन्ट्रल चंदन कुशवाहा और डीएसपी दानापुर व सचिवालय के अलावा कई थाने की पुलिस ने मामले पर काबू पाया। इस दौरान पुलिस ने ख्फ् लोगों को अरेस्ट कर एयरपोर्ट थाने लाई।
ख्फ् नामजद, म्0 पर एफआइआरकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई हो रही थी लेकिन लोगों का आरोप था कि उन्हें समय पर जानकारी नहीं दी गई और अचानक से तोड़ा जा रहा है। पहले नोटिस देना चाहिए था। बगैर बंदोबस्त कैसे हटाया जा रहा है। दूसरी ओर सीनियर एसपी विकास वैभव ने बताया कि अतिक्रमण हटा लिया गया था लेकिन बाद में कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और लोगों को भड़का कर माहौल बिगाड़ दिया। एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। हंगामा करने वाले गिरफ्तार होंगे। थानाध्यक्ष एयरपोर्ट ने बताया कि म्0 लोगों पर एफआईआर की गई है जिसमें ख्फ् लोग नामजद हैं जिन्हें गिरफ्तार जेल भेजने की कार्रवाई चल रही है।
अतिक्रमण हटाने पर हर बार बवालअतिक्रमण हटाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। कोर्ट ने इसे कड़ाई्र से लागू करवाया मगर जब भी पुलिस हटाने जाती है उसकी भिड़ंत लोगों से हो जाती है। कंकड़बाग, पत्रकार नगर, एसके पुरी, दीघा या फिर एयरपोर्ट थाना एरिया हर जगहों पर पुलिस की फजीहत होती है। कई पुलिस वाले भी इसमें बुरी तरह जख्मी होते रहे हैं। कई बार तो पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ नहीं जाती और लोगों के आक्रोश के सामने भागना पड़ता है। एसके पुरी चिल्ड्रेन पार्क के पास अतिक्रमण हटाने गई पुलिस के साथ कुछ महीने पहले यही हुआ था। लोग मकानों पर चढ़कर ईट पत्थर बरसाते रहे और पुलिस भागती रही।