पहले पीटती है सरकार, फिर बात सुनती है!
वाह शिक्षा मंत्री जी एग्जाम लिया, रिजल्ट दिया, पर नौकरी मांगने उतरे तो लाठी से पिटवाया
-12 सितंबर को एजुकेशन मिनिस्टर के साथ हुआ समझौता लागू नहीं, वादाखिलाफी का आरोप और आंदोलन - टीईटी/एसटीईटी पास आउट कैंडिडेट्स के सौ परसेंट के नियोजन की प्रक्रिया शुरू करने का मिला था आश्वासन - यूनियन के कोषाध्यक्ष रविशंकर सहित दर्जन भर से ज्यादा कैंडिडेट्स घायलPATNA: और फिर चली लाठी। जब तक लाठी नहीं चलती, बात भी जगह तक नहीं पहुंचती। डाकबंगला चौराहा आखिरकार रणक्षेत्र बन ही गया। टीईटी एसटीईटी पास आउट्स कैंडिडेट्स एजुकेशन मिनिस्टर वृशिण पटेल से मिलने के लिए सेक्रेटेरिएट जा रहे थे, तभी जुलूस पर बर्बरतापूर्ण लाठियां भांजी गई। इस दौरान कई दर्जन कैंडिडेट्स घायल हो गए। एक दर्जन से ज्यादा कैंडिडेट्स को पुलिस ने हिरासत में लिया। टीईटी/एसटीईटी पास आउट्स अभ्यर्थी संघ के स्टेट चेयरमैन मारकण्डेय पाठक ने बताया कि ब् नवंबर से हम आंदोलन कर रहे हैं। हम एजुकेशन मिनिस्टर वृशिण पटेल से मिलना चाह रहे थे। पुलिस अफसरों ने बिना किसी बातचीत के अचानक अपराधियों की तरह बर्बरता पूर्वक लाठियां भांजना शुरू कर दी। यही नहीं, खदेड़-खदेड़ कर अपराधियों की तरह लाठी भांजी। यही नहीं महिला कैंडिडेट्स को भी नहीं बख्शा। पंद्रह मिनट तक आंदोलनकारियों पर पटना पुलिस ने अपराधियों की तरह लाठियां बरसाई।
क्.भ् लाख स्टूडेंट्स बेरोजगार
टीईटी/एसटीईटी पास आउट अभ्यर्थी संघ के स्टेट चेयरमैन मारकण्डेय पाठक ने बताया कि प्राइमरी स्कूल, मिडिल स्कूल, सेकेंड्री स्कूल एवं हायर सेकेंड्री में क्.भ् लाख लाख से ज्यादा पोस्ट स्कूलों में खाली है। वहीं, क्.भ् लाख के करीब टीईटी-एसटीईटी पास स्टूडेंट को अब तक जॉब नहीं मिली है, सरकार जॉब देने के बजाय बहानेबाजी कर रही है, साथ ही फिर से टीईटी-एसटीईटी का फिर से एग्जाम लेने की बात कर आम लोगों को गुमराह कर रही है। एसटीईटी पास आउट्स की डिमांड्स -टीईटी-एसटीईटी पास आउट्स सभी स्टूडेंट्स को जल्द जॉब मिले। -टीईटी-एसटीईटी पास आउट्स सभी स्टूडेंट्स की बहाली के बाद ही टीईटी-एसटीईटी की नई परीक्षा आयोजित हो। -रिटायर्ड टीचर्स की बहाली न हो। - प्राइमरी स्कूल, मिडिल स्कूल, सेकेंड्री स्कूल एवं हॉयर सेकेंडरी स्कूलों में नवसृजित पोस्टों पर आगामी वैकेंसी में शामिल किया जाए। -जॉब सेंट्रलाईज तरीके से दी जाए। -नियोजन प्रक्रिया में व्यापक धांधली का किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए। -महिलाओं की अनुपस्थिति में रिक्त पड़े पदों पर मेन्स कैंडिडेट्स को बहाल किया जाए। आरटीई के तहत टीचर : स्टूडेंट्स का मानक अनुपात क्लास एक से पांच-फ्0:क् क्लास छह से सात-फ्भ्:क् क्लास आठ के लिए प्रति सब्जेक्ट तीन टीचरनंबर ऑफ वर्किंग डे इन ए इयर
एक से पांच क्लास के लिए : ख्00 दिन छह से आठ क्लास के लिए : ख्ख्0 दिन स्कूल में सुविधाएं एकेडमिक दिनों में - एक क्लास में एक टीचर - एक प्रिंसिपल चैंबर - मेल एवं फीमेल स्टूडेंट के लिए अलग-अलग ट्वॉयलेट -मिड-डे मिल तैयार करने के लिए किचन - खेल के लिए प्लेग्राउंड -स्कूल के चारों ओर बाउंड्री कुछ अन्य बातें -एक वीक में टीचर का न्यूनतम वर्किंग टाइम : ब्भ् घंटे -टीचिंग एवं लर्निग की सामिग्री सभी क्लास में हो -सभी स्कूलों में लाइब्रेरी हो -स्कूलों में खेल के लिए सा स्टूडेंट्स का आंदोलन -फ् सितंबर ख्0क्ब् को स्टेट गवर्नमेंट के साथ वार्ता विफल -भ् सितंबर ख्0क्ब् से आंदोलन स्टार्ट -7 सितंबर ख्0क्ब् प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज -क्ख् सितंबर को एजुकेशन मिनिस्टर वृशिण पटेल ने कैंडिडेट्स के साथ की वार्ता। -कारगिल चौक स्थित आमरण-अनशन स्थल पर पहुंच अनशनकारियों को जूस पिलाकर आंदोलन समाप्त करवाया। - नवंबर में नियोजन की प्रक्रिया स्टार्ट होनी थी। - फ् नवंबर तक सरकार की ओर से नियोजन के दिशा में कोई पहल नहीं। - ब् नवंबर से कारगिल चौक पर आमरण अनशन। - भ् नवंबर को कलेक्ट्रिएट घाट पर जल सत्याग्रह।- म् नवंबर कारगिल चौक पर ह्यूमन चैन बना कर विरोध दर्ज।
- 7 नवंबर-सफाई व भिक्षाटन अभियान। -8 नवंबर- सड़क पर पाठशाला। - 9 नवंबर को अर्द्धनग्न प्रदर्शन। - क्0 नवंबर को मशाल जुलूस। - क्क् नवंबर एजुकेशन मिनिस्टर का अर्थी जुलूस।