संदिग्ध की पहचान के लिए कैमरे से मिलेगी मदद


पटना (ब्यूरो)। सीमांचल एरिया से शराब तस्करी की समस्या सबसे अधिक है। अब इस समस्या पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए हाईटेक कैमरों की मदद ली जाएगी। फिलहाल सीमावर्ती राज्यों से बिहार में शराब की अवैध ढुलाई पर प्रभावी रोक लगाने के लिए अलावा भी अन्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग सभी चेकपोस्ट पर लगातार कड़ी निगरानी कर कर रहा । जल्द ही चेक पोस्ट पर भी एएनपीआर (ऑटोमैटिक रेजुलेशन कैमरे नंबर प्लेट रेकोगनेशन) सहित हाइ रेजुलेशन कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरा लगाने वाले एजेंसियों से प्रस्ताव मांगा जाएगा। इसके साथ ही शराब तस्करी पर रोक लगाने में काफी हद तक मदद मिलेगी। इन अत्याधुनिक कैमरों की फीड माध्यम से सारी गतिविधियों को मुख्यालय के सर्वर से जोड़ा जायेगा, जिससे विभागीय अफसर भी कंट्रोल रूम से निगरानी के गतिविधियों की निगरानी कर सकेंगे।

मुख्यालय से रहेगी नजर
कैमरों की मदद से मुख्यालय में बैठे -बैठे सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। डेटा का मिलान कर साफ्टवेयर से विश्लेषण किया जाएगा.15 चेकपोस्टों से गुजरने वाले वाहन और संदिग्धों पर कैमरे से नजर रखी जाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन कैमरों की मदद से संदिग्धों की पहचान संभव होगी। एएनपीआर कैमरे वाहनों के नंबर प्लेट और उसके ड्राइवर पर सीधी नजर रखते हैं.बाकी दो कैमरों की मदद से गाड़ी के आगमन व प्रस्थान के दौरान होने वाली जांच की गतिविधि को रिकॉर्ड किया जाता है.इन कैमरों की मदद से बार-बार चेक पोस्ट पार करने वाले या संदिग्ध नंबर वाली गाडिय़ों की पहचान कर परिवहन एप से उनकी जांच कर यह पता लगाया जाता है कि कहीं यह गाड़ी चोरी की तो नहीं? रिकॉर्ड किये गये डेटा का मिलान कर सॉफ्टवेयर के माध्यम से उसका विश्लेषण किया जाता है। इस संबंध में सुरेश प्रसाद चौधरी आईजी रेंज पूर्णिया ने बताया कि सीमांचल इलाकों के एरिया में कैमरे लगाने की योजना अभी प्रस्तावित है। शराब तस्करी की घटना पर लगाम लगाने में तेजी लाई जाएगी।

Posted By: Inextlive