मगध यूनिवर्सिटी के स्नातक सेंकेंड ईयर का रिजल्ट छह माह बाद भी नहीं हुआ घोषित गांधी मैदान के पास छात्रों ने किया जोरदार हंगामा जा रहे थे राज्यपाल से मिलने

पटना (ब्यूरो)। मगध यूनिवर्सिटी का स्नातक और पीजी का सत्र बेपटरी हो गया है और रिजल्ट का प्रकाशन भी अभी तक नहीं किया गया है। इसे लेकर मंगलवार को पटना की सड़कों पर यूनिवर्सिटी से पीडि़त छात्रों का जबरदस्त आक्रोश दिखा। गांधी मैदान, करगिल चौक के पास सभी बड़ी संख्या में जुटकर हंगामा किया और सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग की। आक्रोशित छात्रों की पुलिसकर्मियों के साथ काफी देर तक तीखी नोक-झोंक हुई। छात्रों की अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मगध यूनिवर्सिटी में सत्र बेहद विलंब से चल रहा है और इसके कारण उनका भविष्य अधर में जाता हुआ दिख रहा है। वहीं, जब तक रिजल्ट जारी नहीं होता है तब तक इसके लिए लंबा इंतजार ही कर रहे है ।

अब तक मिल जानी चाहिए थी डिग्री
आखिर इतना आक्रोश सड़कों पर क्यों है? जब इस बारे में छात्रों से बातचीत की गई तो उन्होंने पूरा मामला सामने रख दिया। उन्होंने बताया कि मगध यूनिवर्सिटी के सत्र 2018-21 के स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा ओएमआर शीट पर अक्टूबर 2021 मे हुई थी। लेकिन छह माह के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित नही किया गया है जबकि इस सत्र का तो जून 2021 मे स्नातक की डिग्री मिल जानी चाहिए थी। लेकिन अभी ऐसा होने में कम से कम एक वर्ष का समय और लगेगा।

प्रतियोगिता परीक्षा से रहे वंचित
आंदोलन के समर्थन मे पहुंचे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि सत्र 2020-23 का अभी तक रजिस्ट्रेशन भी नही हुआ है। जबकि अभी पार्ट-2 की परीक्षा होनी चाहिए थी। सत्र 2017-20 का रिजल्ट भी हजारों स्टूडेंट्स का पेंडिंग है। स्नातक स्तरीय कोई भी बहाली निकलती है तो लाखों स्टूडेंट्स फॉर्म भरने से वंचित हो जा रहे हैं। मजबूर होकर स्टूडेंट्स को रिजल्ट और परीक्षा के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। सैकड़ों की संख्या मे मगध यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं गाँधी मैदान मे गाँधी मूर्ति के पास इक_ा हुए और करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया।

करीब चार लाख स्टूडेंट्स प्रभावित
मगध यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेजों के स्नातक के छात्रों को मिलाकर करीब चार लाख रजिस्टर्ड हैं। इसलिए यह मामला काफी बड़ा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि एक सत्र के लेट होने से आगे की पढ़ाई भी बाधित होने का खतरा बना रहता है। इसलिए जरूरी है कि इस मामले पर गंभीरता से पहल हो और रिजल्ट का शीघ्र प्रकाशन किया जाए। छात्रों ने बताया कि बातचीत का कोई अवसर नहीं है। उनका आरोप है कि इस गंभीर मामले पर छात्रों ने तो वीसी और न ही एग्जाम कंट्रोलर ही स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं। प्रतिरोध मार्च में सत्यम, पुष्पा, सुप्रिया,निधि, सोनामुनी, दीपक, सोनू, मनीष, अभिषेक , अभिनव, आदि छात्र- छात्राएं शामिल रहे।

आंदोलन तेज करने का ऐलान
गांधी मैदान के पास आक्रोशित पीडि़त छात्र आगे बढ़ते हुए गांधी मूर्ति से प्रतिरोध मार्च निकाला। अब राजभवन मार्च के लिए सभी निकले। लेकिन मौके पर मौजूद बड़ी संख्या में पुलिस बल और जिला प्रशासन की टीम ने सभी को जेपी गोलंबर के पास ही रोक दिया। काफी देर तक छात्रों और पुलिस के बीच नोकझोंक होती रही। बाद में, प्रशासन ने पुलिस बल का प्रयोग करके आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं को हटा दिया। इस दौरान पुलिस ने एक छात्र को थप्पड़ भी जड़ दिया। मौके से तीन छात्रों को गिरफ्तार किया गया और बाद में छोड़ दिया गया। दिलीप कुमार ने कहा कि अगर जल्द रिजल्ट प्रकाशित नही हुआ तो फिर आंदोलन होगा। उन्होंने आगे मगध बंद का ऐलान भी किया।

Posted By: Inextlive