बिहार : मुजफ्फरपुर पूर्व मेयर की हत्या में अब डॉक्टर साहब आए घेरे में
-पूर्व एमएलसी ने आरोप को बताया बेबुनियाद
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PATNA : मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर की हत्या में जेल में बंद सुशील छापडि़या सिंडिकेट से जुड़े प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही को धमकी के आरोप के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर नगर थानेदार धनंजय कुमार ने गुरुवार को पीडि़त प्रॉपर्टी डीलर को पूछताछ के लिए नगर थाने बुलाया। देर शाम तक चली पूछताछ में कई बातों की जानकारी मिली है।
आशुतोष ने बताया कि पूर्व मेयर की हत्या में पूर्व एमएलसी रामकुमार सिंह के पुत्र डॉ। विनायक गौतम का हाथ है। आशुतोष ने समीर हत्याकांड में उनके हाथ होने की आशंका जताते हुए अपनी जान को भी खतरा बताया है। कहा कि अगर मेरा आरोप गलत है और उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हो रही तो वे कोर्ट में मेरे विरुद्ध मानहानि करें। मेरे पास ठोस साक्ष्य मौजूद हैं और हम उसे कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। नगर थानाध्यक्ष का कहना है कि समीर हत्याकांड का मामला नगर थाने में दर्ज है। इसलिए, प्रॉपर्टी डीलर को मिली धमकी मामले में पीडि़त आशुतोष से पूछताछ की गई है।
पूर्व एमएलसी से हुई थी पूछताछबताया गया कि इससे पहले पूर्व एमएलसी व उनके पुत्र से भी पूछताछ की गई। इसके पूर्व बुधवार की शाम नगर थाने की पुलिस ने पूर्व एमएलसी व उनके डॉक्टर पुत्र से भी पूछताछ की थी। प्रॉपर्टी डीलर द्वारा दिए गए आवेदन में पूर्व एमएलसी व उनके पुत्र समेत अन्य लोगों पर हत्या करने की धमकी का आरोप लगाया गया था। पुलिस पूछताछ में पूर्व एमएलसी व उनके पुत्र ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताया है। कहा कि मोतीझील की एक जमीन का सौदा सुशील छापडि़या से हुआ था। समय पर पैसा चुकता नहीं किए जाने से एग्रीमेंट रद हो गया। इसके बाद वे लोग कोर्ट में टाइटल का मुकदमा दायर कर दिए। हालांकि, अभी पुलिस की तरफ से इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों से कई बिंदुओं पर पूछताछ की कार्रवाई अभी हो रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा।