कैंपस में एकेडमिक माहौल बनाए रखें
-स्टूडेंट्स की डिमांड पर ओएसडी ने कहा-वीसी से मिलकर दूर करेंगे परेशानी
PATNA: बीडी कॉलेज में बढ़े विवाद को लेकर ब्रांच ऑफिस की ओएसडी डॉ आशा सिंह स्टूडेंट्स यूनियन के नेताओं मिलीं और उनकी समस्याओं के बारे में जाना। डॉ सिंह ने स्टूडेंट्स से वादा किया कि बहुत जल्द वीसी से मिलकर सभी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकाल लिया जाएगा। इस दौरान बीडी कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के चेयरमैन अभिषेक आनंद एवं वाइस चेयरमैन अखिल गौरव डॉ आशा सिंह ज्ञापन भी सौंपा। इस मामले में स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से ज्ञापन चांसलर, वाइस चांसलर, प्रो वीसी, रजिस्ट्रार एवं डीएसडब्यू को ज्ञापन भेजा। वेतन भुगतान का आदेश ओएसडी डॉ आशा सिंह ने बताया कि बीडी कॉलेज के कर्मचारियों के लंबित वेतन के भुगतान का आदेश दे दिया गया है। कर्मचारियों के अकाउंट में वेतन भेजा जा चुका होगा या एक दो दिनों में मिल जाएगा। स्टूडेंट्स की डिमांड्स-एडमिशन में हुई धांधली की जांच हो।
-प्रिंसिपल को कॉलेज के फंड के अधिकार से वंचित किया जाए। -वर्तमान प्रिंसिपल प्रो सत्य नारायण सिंह के कार्यकाल में हुए सभी खर्च की जांच हो। - स्टूडेंट्स से मार्क्स सीट के नाम पर अवैध वसूली पर रोक लगे। - गर्ल्स की सिक्योरिटी सुनिश्चित हो। - कैंपस में नॉन स्टूडेंट्स की एंट्री पर रोक लगे।- स्टूडेंट्स को सेफ ड्रिंकिंग वाटर उपलब्ध कराया जाए।
- कैंपस में ई-लाइब्रेरी शुरू की जाए। - संस्थापक की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ न हो। - वर्सर की नियुक्ति प्रक्रिया की जांच हो। - कैंपस में सक्रिय एनएसएस, खेल व कल्चरल विंग को सक्रिय किया जाए। - कैंपस में सेमिनार आदि एक्टीविटी के लिए स्टूडेंट्स को जगह उपलब्ध कराया जाए। कर्मचारी संगठन के नेताओं की डिमांड्स -जून-जुलाई माह का वेतन भुगतान हो। -भविष्य निधि की निकासी पर रोक हटे। -अग्रिम भुगतान पर रोक हटे। -बैंक लोन के कागजात पर प्रिंसिपल सिग्नेचर करें। -महिला कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद हो। -कॉलेज के लिए सामान के खरीद में धांधली को रोका जाए। -रिटायर्ड कर्मचारियों एवं मृत कर्मियों के वेतन का फिक्सेशन हो। मैंने स्टूडेंट्स व नॉन टीचिंग स्टाफ की समस्याओं को सुना। इसका हल निकालने का प्रयास किया जाएगा। हर हाल में कैंपस में एकेडमिक माहौल को बहाल रखा जाएगा। फंड की गड़बडी एवं एडमिशन में धांधली तो जांच का विषय है। वीसी से मिलकर सभी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकाला जाएगा। - डॉ आशा सिंह, ओएसडी, ब्रांच ऑफिस।