-सीएम ने प्रदेश के फ‌र्स्ट एलिवेटेड रोड और पुल का किया शुभारंभ

PATNA: सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को 1289.25 करोड़ रुपए खर्च से बने एलिवेटेड रोड का उद्घाटन किया। रोड की लंबाई 12.27 किमी है। एलिवेटेड रोड के साथ 106 मीटर लंबा रेल ओवर ब्रिज भी बनाया गया है। दीघा से एम्स के बीच बने इस कॉरिडोर से पटना को जाम से काफी हद तक मुक्ति मिलेगी। नई सरकार का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम भी था। उद्घाटन के साथ ही इस पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। एलिवेटेड रोड में कई नई तकनीक का यूज किया गया है।

लोगों को था इंतजार

खगौल में उद्घाटन के बाद मीडिया से सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोगों को इस पुल के बन जाने का इंतजार था। नए कार्यकाल में सबसे पहले मुझे इस पुल के उद्घाटन का मौका मिला। इसकी मुझे खुशी है। बिहार की यह पहली एलिवेटेड सड़क है। उत्तर और दक्षिण बिहार के लोगों का आना-जाना पहले की तुलना में अब अधिक सुगम हो जाएगा। सीएम ने कहा कि इसे वर्ष 2018 तक पूरा हो जाना था, लेकिन आरओबी निर्माण के कारण थोड़ा ज्यादा समय लग गया।

8 मिनट में तय होगी दूरी

एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण का मकसद सुदूर बिहार से पटना स्थित एम्स आने वाले लोगों को सहूलियत देना है। बन जाने से एम्स-दीघा के बीच 12.27 किमी की दूरी अब सिर्फ 8 मिनट में तय हो जाएगी। उत्तर बिहार के लोगों को एम्स जाने में अब जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। दक्षिण बिहार के लोगों को भी गंगा पार जाने में व्यस्ततम इलाकों से नहीं गुजरना पड़ेगा।

सबसे लंबा स्टील ग्रिडर आरओबी

यह देश का सबसे लंबा ओपेन वेब स्टील ग्रिडर आरओबी है। यह कॉरिडोर एनएच-98 पर एम्स गोलंबर से प्रारंभ होकर दीघा स्थित जेपी सेतु के दक्षिणी छोर तक है। परियोजना में सोन नहर (खगौल-दीघा) के ऊपर 8.45 किमी की चार लेन एलिवेटेड रोड एवं इसके पहुंच पथ में दो लेन एवं चार लेन सड़क बनाई गई है। बिहार सरकार के उपक्रम बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड ने निर्माण किया है। इसके तहत दानापुर रेलवे स्टेशन के निकट के ऊपर से एक पुल बनाया गया है।

सात साल लग गए पूरा होने में

इस निर्माण कार्य को पूरा होने में सात साल लग गए। नवंबर 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। तब लक्ष्य यह था कि अक्टूबर 2016 में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। पर रेलवे के साथ डिजायन को लेकर उत्पन्न समस्या में मामला काफी दिनों तक अटक गया।

1289.25 करोड़ रुपए खर्च

चार लेन के इस एलिवेटेड कॉरिडोर की लागत 1289.25 करोड़ रुपए है। इससे उत्तर बिहार से आने वाले ट्रैफिक को राजधानी के भीतरी हिस्से में आने की जरूरत नहीं होगी।

12.270 किमी लंबी है सड़क

दीघा से एम्स के बीच बने इस एलिवेटेड कॉरिडोर की लंबाई 12.270 किमी है। इस पूरे रास्ते में ट्रैफिक निर्बाध रहे इसके लिए बीच में सड़क कहीं उतर नहीं रही। कोई रैंप नहीं है।

Posted By: Inextlive