...And 'special' rally for 'special' status
46 जगहों पर छोटी गाडिय़ों के लिए बैरिकेडिंग
इसमें 35 जगहों पर बड़ी गाडिय़ों के लिए जबकि 46 जगहों पर छोटी गाडिय़ों के लिए बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था के लिए करीब नौ सौ जवानों को लगाया गया है। पूरे डिस्ट्रिक्ट के लिए दस हजार से अधिक एक्सट्रा फोर्स मंगाए गए हैं।
एसपी रैंक के 20 आफिसर्स
रैफ के जवानों को भी शहर में उतार दिया गया है। रैली की व्यवस्था करने के लिए भारी संख्या में पुलिस आफिसर्स को लगाया गया है। सोर्सेज की मानें तो एक हजार से अधिक एसआई और इंस्पेक्टर को लगाया गया है वहीं डीएसपी रैंक के 80 आफिसर्स को जिम्मा दिया गया है। एसपी रैंक के 20 आफिसर्स पूरा कम देख रहे हैं।
20 लाख लोगों के आने की संभावना
पटना डिस्ट्रिक्ट की आबादी अचानक दोगुनी हो जाएगी। रैली करने वाली पार्टी की मानें तो 20 लाख से कम लोग शामिल नहीं होंगे। ऐसे में शहर का हाल क्या होगा इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। रैली में आने वाली बड़ी गाडिय़ों को शहर के बाहर ही रोका जा रहा है। ऐसे में शहर में घुसने के लिए छोटी गाडिय़ां या फिर पैदल ही आना होगा।
50 हजार एग्जामिनी शहर में
गांधी मैदान में हो रही इस रैली में रात से ही लोग आने लगे हैं। इसके अलावा एसएससी की परीक्षा के कारण भी करीब 50 हजार एग्जामिनी शहर में संडे के दिन होंगे। पटना की आबादी फिलहाल 20 लाख है। रैली और एग्जाम को लेकर 20 लाख लोग और आएंगे। इस तरह संडे को पटना की आबादी 40 लाख हो जाएगी। जाहिर है आम लोगों से लेकर खास लोगों तक को प्राब्लम हो सकती है।