हवा में उड़ रहा आपका पेट्रोल, जेब हो रही ढीली
- गर्मी के मौसम में पटनाइट्स की गाड़ी का उड़ रहा पेट्रोल
- फ्यूल भरवाएंगे तो गाड़ी में बचेगा पेट्रोल - गर्मी में 16 से 20 एमएल फ्यूल हो जाता है बर्बाद PATNA : राजीव नगर के रहने वाले रजनीश कुमार सिंह का कहना है कि समर और पेट्रोल के दाम के कारण पहले से ही पटनाइट्स त्रस्त हैं, उस पर टेंपरेचर बढ़ने के साथ ही बाइक का एवरेज कम हो गया है। एवरेज कम होने से पॉकेट मनी भी बचाना नामुमकिन होती जा रही है। यह प्रॉब्लम सिर्फ मेरे साथ ही नहीं बल्कि सभी बाइक चालकों के साथ हो रही है। दरअसल समर में तापमान अधिक बढ़ने से यह प्रॉब्लम आनी शुरू हो गई है। राजधानी में बढ़ते तापमानों में अगर हल्की सी भी लापरवाही हुई तो आपके वाहन का माइलेज कम होना तय है। पेट्रोलपंप पर लगता है बीपी सिस्टमसमर के मौसम में पटना का तापमान करीब ब्0 डिग्री के पार हो जाता है। इतने टेंपरेचर में किसी भी पेट्रोलियम पदार्थ को खुले में रखने से उसका इवैपोरेशन होना तय रहता है। ऐसे में धूप में गाड़ी खड़े रखने से, पेट्रोल टंकी का लॉक खराब होने से आप का पेट्रोल और डीजल उड़ता है। साथ ही माइलेज भी कम हो जाती है। इस प्रॉब्लम से बचने के लिए सभी पेट्रोलपंप पर बीवी रिकवरी सिस्टम लगाया जाता है। यह यंत्र हवा में उड़ रहे फ्यूल को रिकवर करता है। हकीकत तो यह है कि पेट्रोप पंप वाले भी इस परेशानी का सामना कर रहे हैं।
फ्यूल बचाएगा आपका पेट्रोल गर्मी के मौसम में पेट्रोल की खपत बढ़ जाती है। यह खपत आपके द्वारा बाइक को अधिक चलाने से नहीं बल्कि पेट्रोल के इवैपोरेशन से होता है। आप सोचते हैं कि आपकी बाइक का माइलेज का एवरेज गड़बड़ हो गया, जबकि इसका कारण कुछ और ही होता है। आम लोगों की इस प्रॉब्लम का ही एक सॉल्यूशन है कि पेट्रोल लेते समय उसमें 'फ्यूल' भी डलवाएं। माइलेज कम होने की लगातार आ रही कंप्लेन के कारण ही शहर के कई पेट्रोल पम्प वाले फ्यूल रखना शुरू कर दिए हैं। वैसे तो फ्यूल प्राइवेट ऑटो मोबाइल्स की दुकानों पर भी मिलता है। लेकिन अब पेट्रोप पम्प पर भी आसानी से मिल जाएगा। आपकी जेब काट रही धूपएक्सपर्ट का कहना है कि तेज धूप में गाड़ी खासकर टू व्हीलर कभी नहीं खड़ी करनी चाहिए। बाइक पार्क करते टाइम यह हमेशा ध्यान देना चाहिए कि बाइक छांव में ही खड़ी करें। अगर आसपास कोई रोड नहीं हो तो अपने पेट्रोल टैंक को किसी भी कपड़े से ढंक दें। बाइक में पट्रोल टैंक पर जो ढक्कन होता है, उस जगह हवा के लिए सुराख बना रहता है। उसी सुराख से फ्यूल हवा में उड़ जाता है। एक्सर्पट की मानें तो टेंपरेचर पर एक लीटर फ्यूल में करीब क्म् से ख्0 एमएल तक फ्यूल बर्बाद हाे जाता है।
ख्ब् घंटे कई काम होते हैं, जिससे बार-बार गाड़ी की जरूरत पड़ती है। मगर पहले के मुकाबले इन दिनों ज्यादा पेट्रोल लग रहा है। इससे प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। - रजनीश कुमार सिंह, प्रोफेशनल, गर्दनीबाग इन दिनों गाड़ी कम चलने के बावजूद पेट्रोल का खर्च बढ़ रहा है। पेट्रोल के दाम के साथ ही खपत बढ़ने से मुश्किल हो गई है। - प्रमोद झा, राजीव नगर