Patna: ससुराल में कोई इतना भी जुल्म कर सकता है यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. अपनी ही बहू को मारने के लिए हर हथकंडा अपनाया गया. पहले जमकर मार पिटाई की गई उसके बाद तेजाब पिलाया गया इतना से भी मन नहीं भरा तो तेजाब को सीरिंज के सहारे उसके कान में डाला.


कान और गला में सिवियर इंफेक्शन हालांकि इस बेइंतिहां जुल्म की शिकार रूबी पर भगवान मेहरबान थे। हाल बुरा है लेकिन अभी वह जिन्दा है और पटना राजेन्द्र नगर रोड नम्बर तीन में एक निजी नर्सिंग होम में एडमिट है। उसके मायके वालों उसकी जान की दुआएं मांग रहे हैं। साथ ही डॉक्टरों का कहना है कि उसके कान और गला में सिवियर इंफेक्शन है। ईएनटी स्पेशलिस्ट की मानें तो जल्द ही एक ऑपरेशन करना पड़ेगा।रात भर किया टार्चर
पटना सिटी आलमगंज के गुड़ की मंडी के निवासी हरिहर प्रसाद की बेटी रूबी की शादी तीन साल पहले धमौल, नवादा में हुई थी। जहां शादी हुई वह फैमिली बरतन का बिजनेस करती थी। दामाद मंगल भी अपने पिता के साथ उसी काम में लगा था। शादी तो हो गई लेकिन बाद में उससे दहेज की मांग लगातार की जा रही थी। इस बीच रूबी के साथ मारपीट भी होती रही। पंखा मांगने पर आफत


14 अगस्त को तो हद हो गई। नर्सिंग होम में एडमिट रूबी ने अपनी लड़खड़ाती जुबान से बताया कि पति मंगल बीमार था और लाइट नहीं थी। इसलिए रूबी ने अपनी सास से पहले से चार्ज किया हुआ पंखा मांग लिया। फिर क्या था उसकी पिटाई शुरू हो गई। धीरे-धीरे बात बढ़ती गई। उसे अपने पिता से 50 हजार रुपए मांगकर लाने का फरमान जारी हुआ। जब उसने कहा कि वह कहां से इतने पैसे मांगकर लाएगी तो उसके साथ रात के साढ़े तीन बजे से फिर पिटाई शुरू की गई। सास बैजन्ती दवी, ननद बरखा व पूजा, देवर सुजीत कुमार और ससुर शंकर प्रसाद ने मिलकर उसे पहले तेजाब पिलाया उसके बाद उसके कान में इंजेक्शन देने वाली सिरिंज से कान में भी तेजाब डाला। वह चिल्लाती रही लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा। वह रात भर तड़पती रही। सुबह आठ बजे पति उसे लेकर शेखपुरा सदर अस्पताल गया। वहां हालत ज्यादा खराब होने के बाद डॉक्टरों ने पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। शेखपुरा थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है। वैष्णो देवी गए थे पिता

रूबी ने अपना दर्द मायके वालों को भी तब बताया जब उन लोगों ने फोन किया। यह महज इत्तेफाक था कि उन लोगों ने 14 तारीख की सुबह ही फोन कर दिया। भाई राजेश ने बताया कि मां-पापा और वह वैष्णो देवी मंदिर गए थे। वहां पहुंचने की जानकारी देने के लिए रूबी को फोन किया तो सारी बात पता चली। यह सुनकर वे लोग भी भागे-भागे अस्पताल पहुंचे। रूबी के पिता हरिहर प्रसाद ने नर्सिंग होम के बाहर रूंधे गले कहा कि कभी सुखी नहीं रही। तीन साल से उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करते हैं, लेकिन बेटी इतनी भली है कि उन लोगों को छोड़ भी नहीं पाती। अभी सभी एक्यूज फरार है। मुंह और कान में तरल पदार्थ डालने की बात सामने आई है। मेडिकल रिपोर्ट नहीं आई है। एफआईआर को शेखपुरा से धमौल ओपी भेजा गया है। कार्रवाई हर हाल में की जाएगी।एमएस ढिल्लन, एसपी नवादा.

Posted By: Inextlive