PATNA: जाम से कराह रही पटना की सड़कें आनेवाले दिनों में पूरी तरह से खाली दिखेंगी, जिससे आप आसानी से अपनी मंजिल तक जा सकेंगे। ये संभव हो सकेगा होमगार्ड के 980 जवानों की बदौलत जो बहुत जल्द पटना पुलिस को मिलने वाले हैं। अभी तक जवानों की संख्या कम होने के कारण सड़कों पर हर समय जाम की स्थिति बनी रहती थी। साथ ही थाना क्षेत्रों में घटनाएं होने के बाद भी कई महीनों तक अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाते थे, लेकिन अब बिहार पुलिस के जवानों को विधि व्यवस्था और अनुसंधान में लगाया जाएगा। वहीं, सड़कों पर वाहनों की भीड़ को देखते हुए होमगार्ड की तैनाती की जाएगी।

- वर्तमान में पुलिस की स्थिति

एक तो पहले ही जवानों की संख्या कम है। और जो हैं उनसे क्षेत्र में अपराध पर अंकुश बनाए रखना, वीआईपी ड्यूटी करना, क्षेत्र में गश्ती करना, थानों के काम को पूरा करना, थाने में आने वाले मामले में अनुसंधान करने के अलावा अन्य काम लिया जाता है। यही वजह है कि शहर में न तो अपराध अच्छे से कंट्रोल हो पा रहा है और न ही यातायात व्यवस्था सुचारू हो रही है।

- एसएसपी ने मांगें थे जवान

जवानों की कमियों को दूर करने के लिए पिछले दिनों एसएसपी ने पत्र लिख मुख्यालय से मांग की थी। यही वजह है कि तीन दिन पहले मुख्यालय से 980 अतिरिक्त होमगार्ड जवान देने का निर्णय लिया गया। हालांकि इसके बाद भी जवानों की कमी पूरी तरह से खत्म नहीं होगी। लेकिन विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने में काफी मदद मिल सकती है।

- भीड़ पर नियंत्रण करने का करेंगे काम

पटना की जिन सड़कों पर जाम लगता है उन चौक-चौराहों पर जवान तैनात दिखेंगे। साथ ही बोरिंग बोर्ड, डाक बंगला चौराहा, हड़ताली मोड़, गांधी मैदान, कारगिल चौक सहित भीड़ वाले इलाके के अलावा गांधी मैदान पर भी तैनाती की जाएगी। खास बात यह होगी कि जाम से मुक्ति दिलाने के साथ ही वाहन चेकिंग सहित जरूरत पड़ने पर विधि व्यवस्था में भी लगाया जाएगा।

- गांधी सेतु पर होंगे ज्यादा जवान

गौरतलब है कि कम जवान होने के कारण ही गांधी सेतु पर लगने वाला जाम खत्म नहीं हो रहा है, लेकिन अब अधिकारियों का दावा है कि पटनाइट्स के साथ-साथ बाहर से आने वालों को जाम का सामना नहीं करना होगा। क्योंकि सेतु पर अब पर्याप्त मात्रा में जवानों की संख्या तैनात की जाएगी। इसके बाद सेतु पर आने और जाने वाले गाडि़यों को क्रम वार पार कराया जाएगा।

- फैक्ट फाइल

- 800 की संख्या में इंस्पेक्टर, एसआई, एएसआई, मेजर और सार्जेंट।

- भ्00 के आस-पास है जवानों की कमी।

- क्0,000 आरक्षी और हवलदारों की है तैनाती।

- क्भ्00 करीब आरक्षी और हवलदारों की है कमी।

प्रदेश में पुलिस जवानों की भारी कमी है। जवानों की संख्या बढ़ाने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से मांग की जाती है, ताकि विधि व्यवस्था और अनुसंधान कार्य प्रभावित न हो।

-मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार पुलिस एसोसिएशन

Posted By: Inextlive