ठंड में ठिठुर रहे पेशेंट को कंबल तक नहीं
पीएमसीएच इमरजेंसी में भी कंबल की किल्लत
पेशेंट के लिए ठंड में कोई विशेष इंतजाम नहीं PATNA(14Dec.): ठंड अपने चरम पर पहुंचने को है। राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री से नीचे जा रहा है। लेकिन पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन इससे बेखबर है। यही वजह है कि यहां पेशेंट के बेड पर कहीं कंबल तो कहीं चादर तक मयस्सर नहीं। हाल वार्डो की क्या कही जाए, यहां तो जब इस बात की पड़ताल की गई तो पीएमसीएच इमरजेंसी में ही यह बात सामने आयी। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने इसे कैमरे में भी कैद किया। किसी बेड पर कंबल नहीं दिखा। अलग-अलग पेशेंट से जाकर जब जानकारी ली गई तो पता चलता कि जो कंबल दिख रहा है उसे पेशेंट्स अपने घरों से लाए हैं। इमरजेंसी से निकल वार्डो में भी कमोबेश यही स्थिति है। गार्ड तो हैं पर ड्यूटी पर नहींऐसा नहीं है कि यहां कैंपस में सेफ्टी के लिए कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं है। लेकिन कोई ड्यूटी करे तो सही। जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर इमरजेंसी गया तो किसी ने रोक-टोक नहीं की। लेकिन पते की बात यह है कि अगर मालूम हो जाए कि कोई व्यक्ति मीडिया से है तो उससे गार्ड बदतमीजी करने लगते हैं। विशेषरूप से कैमरामैन के साथ धक्का-मुक्की की जाती है। बड़ा सवाल है अगर किसी की कोई रोक-टोक नहीं तो कोई भी कहीं कुछ रखकर किसी हादसे को अंजाम दे सकता है।
पेशेंट की जुबानी सुनिए इमरजेंसी में शायद ही कोई पेशेंट बहुत तैयारी के साथ आता हो। क्योंकि हादसा तो अचानक होता है। लेकिन यहां आकर पता चला कि लोग गवर्नमेंट हॉस्पीटल्स के बारे में पहले से जानते हैं कि यहंा कंबल नहीं मिलता है। इस्ट चंपारण डिस्ट्रिक से आए नूफरवां, बिसरा टोला गांव के पेशेंट किशन चौधरी (भ्0) को एक सड़क हादसे के बाद क्फ् दिसंबर की रात को एडमिट किया गया। जब उनके रिलेटिव से पूछा तो पता चला कि यहां कंबल उपलब्ध नहीं है। फतूहा के बरनवां गांव से आए पेशेंट रंजीत के रिलेटिव ने बताया कि ठंड बढ़ गई है और वे कंबल पीएमसीएच के सामने की दूकान से खरीदकर लाये हैं। यहां कंबल की कमी नहीं है। खादी गामोद्योग से हमलोग इसकी खरीद करते हैं। इसे पेशेंट को उपलब्ध भी कराया जाता है। -डॉ सुधंाशु सिंह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट पीएमसीएच