हरियाणा एसेंबली चुनावों से पहले बीजेपी और एचजेसी हरियाणा जनहित कांग्रेस का तीन साल पुराना गठबंधन टूट गया. बीजेपी से अलग होने का ऐलान करते हुए एचजेसी के पार्टी सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि बीजेपी धोखेबाज पार्टी है.

हम जवाबदेह हैं: कुलदीप बिश्नोई
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उसका रवैया बदल गया है. लेकिन हमें हरियाणा की जनता को जवाब देना है. इसलिए अब हम बीजेपी का साथ आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए नहीं दे सकते.  उन्होंने कहा कि आज बीजेपी में पांच कैंडिडेट कांग्रेस से आए हैं. लोकसभा में ये थे नहीं. विधानसभा में कहां से आ जाएंगे. ये धोखेबाज पार्टी है. इनकी फितरत नहीं बदली लेकिन हम हरियाणा की जनता के प्रति जवाबदेह हैं. विश्नोई ने हमलावर लहजेमें कहा कि जो लोग देवीलाल, बंसीलाल, चौटाला जी सबको धोखा दे सकते हैं, वे जनता को धोखा नहीं देंगे इसकी क्या गारंटी है? हम बीजेपी को डंप कर रहे हैं. अपना गठबंधन तोड़ रहे हैं. हम धोखेबाज पार्टी के साथ खड़े नहीं होना चाहते. हरियाणा कुरुक्षेत्र की धरती है. न्याय देने वाली धरती है. हमारी पार्टी का गठन अन्याय के खिलाफ हुआ था. हम जनता के सामने न्याय मांगने जा रहे हैं. इन्होंने हमारे साथ जो किया, उस पर फैसला जनता करेगी.
सीटों के बंटवारे को लेकर टूटा गठबंधन
सोर्सेज से पता चला है कि यह एलाएंस सीटों के बंटवारे को लेकर टूटा. बिश्नोई अपकमिंग एसेंबली इलेक्शंस में अपनी पार्टी के लिए 90 में से 45 सीटें चाहते थे. इसके अलावा उनकी यह भी डिमांड थी कि अगर हो सके तो उन्हें मुख्यमंत्री सीएम कैंडीडेट के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए. बीजेपी को उनकी कोई भी मांग मंजूर नहीं थी.

अब जन चेतना पार्टी के साथ गठबंधन

लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी-एचजेसी एलाएंस की परफॉर्मेंस बेहद शानदार रही थी. राज्य की 10 में से 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की. हालांकि कुलदीप बिश्नोई सिरसा से चुनाव हार गए थे. इस मौके पर कुलदीप बिश्नोई ने यह भी ऐलान किया कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में विनोद शर्मा की जन चेतना पार्टी के साथ मैदान में उतरेगी.

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Posted By: Shweta Mishra