अयोध्या मामले पर गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने एक विवादास्पद बयान दिया है. उन्‍होंने कहा कि जिस तरह मक्का मदीना और वेटिकन सिटी में मंदिर नहीं बन सकता. उसी तरह अयोध्या में किसी मस्जिद का निर्माण नहीं हो सकता. सांसद ने यह भी कहा कि अयोध्या सनातन धर्म की धरती है और यहां पर मस्‍जिद का निमार्ण नहीं हो सकता है.

नए प्रस्ताव पर तीखा हमला बोला
अयोध्या में बाबरी मस्जिद केस के मुद्दई हाशिम अंसारी और अखाड़ा परिषद के महंत ज्ञानदास ने मंदिर और मस्जिद अगल-बगल बनाने की पेशकश की थी. जिसमें अयोध्या में यूपी के गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को बकवास बताया. उन्होंने अयोध्या मुदद् को हल करने के लिए नए प्रस्ताव पर तीखा हमला बोला. इन दोनों को इस तरह का प्रस्ताव नहीं रखना चाहिए था. जिस तरह से मक्का-मदीना और वेटिकन सिटी में मंदिर नहीं बनाया जा सकता, उसी तरह अयोध्या में किसी मस्जिद का निर्माण नहीं हो सकता. वह क्या कोई भी इसका फेवर नहीं करेगा. सांसद ने कहा कि अयोध्या सनातन धर्म की धरती है. अयोध्या एक धार्मिक शहर है जहां भगवान राम का जन्म हुआ था. ऐसे में मस्िजद निर्माण एक गलत फैसला है.

दोनों के बीच 100 फुट उंची दीवार
गौरतलब है कि बीते दिनों अयोध्या मामले पर अदालत से बाहर समाधान निकालने के प्रयास अध्यक्ष महंत ज्ञान दास और मुख्य वादी हाशिम अंसारी ने किया था. जिसमें बाबरी मस्जिद कांड के मुख्य वादी हाशिम अंसारी ने कल कहा है कि वह मामले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों को शामिल करेंगे. इसके पहले अंसारी ने हाल ही में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत ज्ञान दास से मिलकर अयोध्या विवाद के समाधान के लिए नये प्रस्ताव पर चर्चा की थी और उनकी इसे उच्चतम न्यायालय के समक्ष रखने की योजना है. वहीं अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी ज्ञान दास के मुताबिक अदालत से बाहर समाधान के फॉर्मूले में 70 एकड़ विवादित परिसर के बारे में बात है. इस दौरान इसमें मंदिर और मस्जिद दोनों का निर्माण कराया जाएगा, लेकिन इन दोनों के बीच 100 फुट उंची दीवार भी खड़ी की जायेगी.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh